ममता बनर्जी के सपनों को दर्शाने वाली कहानी

कोलकाता, 21 नवंबर । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  की  महत्वाकांक्षी परियोजना ‘कन्याश्री’  पर आधारित फिल्म ‘सुकन्या’ अब रिलीज के लिए तैयार है। समीर मंडल द्वारा निर्मित और उज्ज्वल मित्रा द्वारा निर्देशित यह फिल्म शुक्रवार को प्रदर्शित होगी। इसमें ममता बनर्जी के विपक्षी नेता से मुख्यमंत्री बनने तक के सफर और एक अकेली मां की संघर्षपूर्ण कहानी को दिखाया गया है, जो अपनी बेटी को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में सफल होती है।

यह फिल्म उस समय बनकर तैयार हुई है, जब राज्य में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटनाओं ने काफी हलचल मचाई थी।  फिल्म  अगस्त में रिलीज़ होने वाली थी लेकिन उस समय राज्य में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल, प्रदर्शन और सार्वजनिक आक्रोश चरम पर था इस लिए फिल्म निर्माताओं ने इस माहौल को ‘व्यावसायिक दृष्टिकोण से प्रतिकूल’ मानते हुए रिलीज़ को टाल दिया। अब, जब हालात सामान्य हो गए हैं, तो इसे राज्य के 35 सिनेमाघरों में रिलीज़ किया जा रहा है।

फिल्म में ममता बनर्जी की भूमिका कनीनिका बनर्जी ने निभाई है, राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक का किरदार शांतनु सेन ने निभाया है। शांतनु सेन आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व छात्र हैं और विवादित घटनाओं के दौरान सरकारी फैसलों के खिलाफ मुखर रहे थे। फिल्म में एक और महत्वपूर्ण भूमिका में राज्य के मंत्री स्वप्न देबनाथ नजर आएंगे।

फिल्म की कहानी में एक गरीब विधवा मां की बेटी, जो ‘कन्याश्री’ योजना के लाभ से प्रेरित होकर जीवन में एक आईपीएस अधिकारी बनती है, को केंद्र में रखा गया है। निर्देशक उज्ज्वल मित्रा ने बताया कि फिल्म महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण की गहरी बात करती है।

फिल्म की रिलीज़ को लेकर राजनीतिक चर्चा भी तेज है। शासक दल से जुड़े लोगों की भागीदारी ने इसे और ज्यादा खास बना दिया है। एक अभिनेता ने यह माना कि आरजी कर मामले के दौरान इसे रिलीज़ करना जोखिम भरा था, क्योंकि उस वक्त सरकार के खिलाफ जनता का गुस्सा चरम पर था।

अब, ‘सुकन्या’ के माध्यम से न केवल ममता बनर्जी के ‘कन्याश्री’ कार्यक्रम की सफलता को दिखाया जाएगा, बल्कि महिला सशक्तिकरण के संदेश को भी बड़े पर्दे पर जीवंत किया जाएगा।