विधर्मियों के आक्रमण के कारण हिन्दू समाज जातियों में बंटकर गुलाम हो गया

महाकुंभनगर, 15 फरवरी। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री बजरंग लालबांगड़ा ने कहा कि हिंदू समाज में समता व समरसता का भाव जगाना होगा। सामाजिक समरसता का काम समर्पण भाव व तेज गति से करने की आवश्यकता है। गत हजार वर्षों से विधर्मियों के आक्रमण के कारण समाज में जातिगत भेदभाव का निर्माण हुआ। हिंदू समाज जातियों में बंट गया व गुलाम हो गया। बड़ी मात्रा में हमारे हिंदू बंधु धर्मांतरित होकर ईसाई व मुसलमान बन गए। वह शनिवार को विश्व हिंदू परिषद के सामाजिक समरसता अभियान की अखिल भारतीय बैठक को महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-18 स्थित आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के महा शिविर में प्रारंभ हुई बैठक में उन्होंने कहा कि जातिभेद व अस्पृश्यता की समस्या को हल करने के लिए अनेक महापुरुषों व संतों ने काम किया है। मध्यकाल में मीराबाई, स्वामी दयानंद सरस्वती, डॉ भीमराव अंबेडकर, महात्मा फुले व डॉक्टर हेडगेवार जैसे महापुरुषों ने हिंदू समाज की एकता व समरसता के लिए कार्य किया। आज वही कार्य विश्व हिंदू परिषद गत 60 वर्षों से समाज में सामाजिक समरसता के काम में लगी है फिर भी समस्या हल नहीं हो रही है। सामाजिक विषमता की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज और सनातन की रक्षा करना और इसके समक्ष क्या खतरे हैं, उसको पहचाना आवश्यक है। आंध्र प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना,केरल व सारे देश में ईसाइयों के कारण धर्मांतरण हो रहा है। 60 वर्षों में पंजाब में सिख समाज का ईसाइयों ने बड़े पैमाने पर धर्मांतरण किया है। 200 वर्षों में जो काम ईसाई मिशनरी नहीं कर सकीं, वह काम 10 वर्षों में ईसाइयों ने पंजाब में किया है, जोकि हमारे लिए चुनौती का विषय है। इसलिए आने वाले समय में विषमता को दूर करने के लिए अधिक परिश्रम करना होगा।

तेलंगाना से आए संत शंकर स्वामी ने कहा कि दलित नारायण की सेवा ही श्रेष्ठ कार्य है। केरल, आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु जैसे प्रान्त में धर्मांतरित ईसाई हमारे हिंदू बंधुओ को प्रताड़ित करते हैं और उनका सामाजिक बहिष्कार तक करते हैं। सामाजिक समरसता अभियान के प्रमुख देवजी भाई रावत ने कहा कि सनातन की रक्षा व राष्ट्र की रक्षा का संकल्प लेकर विश्व हिंदू परिषद का सामाजिक समरसता अभियान 60 वर्षों से कार्यरत है। पवित्र प्रयागराज की भूमि से समरसता का संकल्प व सनातन व राष्ट्र की रक्षा का संकल्प लेकर जाएं।

इससे पहले दीप प्रज्वलित करते कार्यक्रम को शुरू किया गया। इस अवसर पर विहिप के सह-संगठन मंत्री विनायक राव देशपांडे, विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री स्थान मलयन समेत देश के 43 प्रान्त से सामाजिक समरसता अभियान के प्रांत स्तर के 200 से अधिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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