रुद्रप्रयाग/उखीमठ/ मक्कूमठ, 13 अप्रैल। बैशाखी के शुभ अवसर पर पंचकेदारों में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट खुलने की तिथि तय हो गई।

मदमहेश्वर के कपाट 20 मई (सोमवार) को और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट 10 मई (शुक्रवार) को खुलेंगे।

बैशाखी के शुभ अवसर पर पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में यज्ञ हवन के पश्चात विधि -विधान तथा पंचांग गणना पश्चात आचार्य गणों-वेदपाठियों के द्वारा मंदिर समिति अधिकारियों-हकहकूकधारियो की उपस्थिति में कपाट खुलने की तिथि निश्चित हुई। जबकि तुंगनाथ के कपाट खुलने की तिथि शीतकालीन गद्दी स्थल श्री मार्कंडेय मंदिर उखीमठ में पूजा-अर्चना पंचाग गणना के पश्चात तय हुई।

इस अवसर पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने अपने संदेश में श्रद्धालुओं को बैशाखी की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि मदमहेश्वर और तुंगनाथ की यात्रा शुरू होने से पहले मंदिर समिति यात्रा तैयारियों में जुट गयी है।

बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय मद्महेश्वर भगवान के डोली में आरोहण के बिखौत मेला कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भगवान मद्महेश्वर के चलविग्रह के दर्शन के लिए ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंच गये हैं। आज बैशाखी के अवसर पर भगवान मद्महेश्वर रथ में आरूढ़ होकर ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में दर्शन देते हैं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन भगवान मद्महेश्वर जी की डोली के दर्शन को पहुंचते हैं। आज ही मदमहेश्वर की उत्सव डोली के मदमहेश्वर प्रस्थान का भी कार्यक्रम घोषित हुआ।

बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि मद्महेश्वर और तुंगनाथ की यात्रा तैयारियों को बीकेटीसी की ओर से अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन रूद्रप्रयाग से लगातार समन्वय किया जा रहा है। मुख्य कार्याधिकारी ने बताया कि मद्महेश्वर के कपाट खुलने के कार्यक्रमानुसार मदमहेश्वर जी की उत्सव डोली 16 मई (गुरुवार) को ओंकारेश्वर मंदिर प्रांगण में विराजमान होगी। 17 मई को ओंकारेश्वर मंदिर में विश्राम और 18 मई को ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से प्रस्थान कर प्रवास के लिए राकेश्वरी मंदिर रांसी पहुंचेगी। 19 मई को रांसी से रात्रि विश्राम के लिए गौडार पहुंचेगी। 20 मई को गौडार से प्रात:काल मद्महेश्वर की उत्सव डोली मदमहेश्वर मंदिर परिसर पहुंचेगी। इसी दिन (सोमवार) 20 मई पूर्वाह्न 11.15 बजे कर्क लग्न में मदमहेश्वर मंदिर के कपाट खुलेंगे।

इसी तरह तुंगनाथ की उत्सव डोली मंगलवार 7 मई को मार्कंडेय मंदिर से भूतनाथ मंदिर में में प्रवास करेगी। 9 मई को भूतनाथ मंदिर से चलकर चोपता प्रवास करेगी 10 मई को चोपता से तुंगनाथ पहुंचेगी और इसी दिन 10 मई दिन 12 बजे कर्क लग्न में तुंगनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे।

द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट की तिथि घोषित होने के समय आज बीकेटीसी सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, देवानंद गैरोला, थाना प्रभारी मुकेश चौहान,स्थानीय हक हकूकधारी पंच गौंडारवासी, सहिज पुजारी शिवशंकर लिंग वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण एवं यदुवीर पुष्पवान ,धर्माचार्य औकार शुक्ला, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, विश्वमोहन जमलोकी स्वयंबंर सेमवाल,पुजारी बागेश लिंग, टी गंगाधर लिंग, कुलदीप धर्म्वाण एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

तुंगनाथ जी के शीतकालीन गद्दीस्थल मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ में इस दौरान मठापति रामप्रसाद मैठाणी, प्रबंधक बलबीर नेगी, पुजारी प्रकाश मैठाणी, विनोद मैठाणी सहित मंदिर समिति के अधिकारी कर्मचारी एवं स्थानीय हक- हकूकधारी मौजूद थे। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई, केदारनाथ धाम के 10 मई औए गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट 10 मई को खुल रहे हैं। चतुर्थ केदारनाथ रूद्रनाथ के कपाट 18 मई को खुल रहे हैं। पंच बदरी में शामिल भविष्य बदरी सुभाई तपोवन (जोशीमठ) के कपाट बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि पर 12 मई को खुलेंगे।