कोलकाता, 21 मई । पश्चिम बंगाल में 22 मई से आहूत गैर सरकारी बस यूनियन की तीन दिवसीय बस हड़ताल वापस ले ली गई है। बुधवार को कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा और परिवहन सचिव सौमित्र मोहन के साथ बस यूनियन प्रतिनिधियों की बैठक में गतिरोध दूर हो गया।

मिली जानकारी के अनुसार, तीन दिवसीय बस हड़ताल फिलहाल स्थगित कर दी गई है। बस मालिकों का कहना है कि बातचीत से समस्या का समाधान मिला है। यदि स्थिति में बदलाव नहीं हुआ तो एक और हड़ताल की संभावना बनी रहेगी।

गौरतलब है कि बस मालिकों के संयुक्त संगठनों ने कल यानि 22 मई से 24 मई तक लगातार 72 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था।

बस हड़ताल के आह्वान के बारे में बस मालिक संगठनों ने कहा कि परिवहन विभाग के साथ बार-बार बैठकों के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला है। अंततः लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय में विचार-विमर्श के बाद समाधान मिला।

मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह बस मालिक संघ ने कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा, परिवहन सचिव सौमित्र मोहन और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान बस मालिकों ने हड़ताल पर जाने का अपना फैसला वापस ले लिया। बस मालिकों के संगठनों ने हड़ताल अगले सितंबर तक स्थगित कर दी है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे दोबारा हड़ताल पर चले जाएंगे।

गैरसरकारी यात्री परिवहन बचाओ कमिटी के बैनर तले पांच प्रमुख मांगें हैं। मालिकों का कहना है कि निजी बस ऑपरेटर 2020 में कोविड लॉकडाउन के दौरान हुए नुकसान से अभी तक उबर नहीं पाए हैं। राज्य सरकार ने अभी तक स्टेज कैरिज सेक्टर के लिए एक व्यवहार्य वित्तीय पैकेज की घोषणा नहीं की है, जो अब अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है। हमें झूठे ट्रैफ़िक उल्लंघन के मामले दर्ज करने और भारी जुर्माना लगाने जैसी पुलिस की ज्यादतियां हमारे कार्य को मुश्किल बना रही हैं।