
रांची, 9 जुलाई । झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां श्रमिक और किसान विरोधी हैं। मजदूरों की यूनियन को कमजोर किया जा रहा है, कानून निजी कंपनियों के हित में बदले जा रहे हैं और पब्लिक सेक्टर का निजीकरण करके देश को कॉर्पोरेट के हाथों बेचा जा रहा है।
भट्टाचार्य बुधवार को झामुमो रांची जिला कमेटी की ओर से देशव्यापी हडताल के समर्थन में अलबर्ट एक्का चौक पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
भट्टाचार्य ने कहा कि देश के किसानों ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सात महीने तक ऐतिहासिक आंदोलन किया। इसमें कई किसानों ने अपनी जान गंवाई। अब केंद्र सरकार मजदूरों को भी उन्हीं हालात में धकेलना चाहती है। लेकिन झामुमो इसके खिलाफ चुप नहीं बैठेगा। झारखंड में किसी भी मजदूर विरोधी कानून को लागू नहीं होने दिया जाएगा। इसके पूूूर्व झामुमो के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के अलग अलग हिस्सों में प्रदर्शन किया। इसके बाद अलबर्ट एक्का चौक पहुंचकर हड़ताल में शामिल विभिन्न संगठनों का साथ दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए झामुमो रांची जिला संयोजक प्रमुख मुस्ताक आलम ने कहा कि झामुमो गरीबों, आदिवासियों और मजदूरों की पार्टी है। केंद्र सरकार की नीति कॉर्पोरेट को फायदा पहुंचाने और श्रमिकों को गुलाम बनाने की है। जो कानून लाया जा रहा है, उसमें बिना फैक्ट्री मालिक की अनुमति के मजदूर अपनी मांग तक नहीं रख सकते।
प्रदर्शन करनेवालों में झामुमो के केंद्रीय सदस्य अश्विनी शर्मा, कुदूस अंसारी, कलाम आजाद, आदिल इमाम, अफरोज अंसारी, जीत गुप्ता, फरीद खान, सज्जाद अंसारी, अंशु लकड़ा, अंकिता वर्मा, सीमा लकड़ा, अनमोल रतन सांचा सहित अन्य शामिल थे।