कोलकाता, 07 अगस्त। आगामी विश्व आदिवासी दिवस से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को झाड़ग्राम स्टेडियम से राज्य स्तरीय उत्सव का भव्य शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री एक अलग ही अंदाज में नजर आईं —उन्होंने आदिवासी धुन पर थिरकते हुए मादल भी बजाया और स्थानीय निवासियों के साथ संवाद स्थापित किया।

राज्य सरकार के आयोजन में चार दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में आदिवासी संस्कृति, परंपरा और अधिकारों को सम्मान देने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम में मंत्री बीरबाहा हांसदा भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहीं। ममता बनर्जी ने कार्यक्रम स्थल पर मौजूद कई लोगों से बातचीत की, मंच पर चढ़ने से पहले एक छोटे बच्चे को गोद में लेकर दुलार भी किया।

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सरकारी योजनाओं के तहत कई लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ भी प्रदान किया।

मुख्य मंच से बोलते हुए उन्होंने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर) को लेकर उन्होंने दोटूक कहा कि हम किसी भी हाल में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे। बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूछा कि जो लोग ये कानून बना रहे हैं, क्या वे खुद अपने जन्म प्रमाणपत्र दिखा सकते हैं?

उल्लेखनीय है कि हर वर्ष नौ अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य आदिवासी समुदायों की संस्कृति, भाषा और अधिकारों को वैश्विक स्तर पर मान्यता देना है। इस साल झाड़ग्राम में इसका आयोजन और भी भव्य रूप ले रहा है, जिसकी अगुवाई स्वयं राज्य की मुख्यमंत्री कर रही हैं।