कोलकाता, 14 जुलाई। “अगर देखना है हमारी उड़ान को, तो और ऊंचा कर दो आसमान को”। कमो-बेस इसी उड़ान के साथ सनातनी सामाजिक व्यवस्था के सबसे मजबूत स्तंभ भूमिहार ब्राह्मण समाज के वक्ताओं ने रविवार को समाज और राष्ट्र की मजबूती की शपथ ली है। आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्र के अवसर पर ब्रह्मर्षि रक्षक प्रहरी मंच के तत्वाधान में स्वंतत्रता सेनानियो की भूमि पश्चिम बंगाल के ऐतिहासिक स्थल चन्दन नगर में जयंती व पुण्यतिथि समारोह एवं परिचर्चा सह मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया l इसमें किशोरी प्रसन्न सिंह की 40वी पुण्यतिथि, मंगला राय की 48वीं पुण्यतिथि, युगेश्वर ठाकुर उर्फ भुल्लर ठाकुर की 124वीं जयंती, दंडी स्वामी सहजानान्द सरस्वती की 74वीं पुण्यतिथि, साधु शरण शाही की 105वीं जयंती, भुमिहार ब्राह्मण कॉलेज का 125वां स्थापना दिवस, दंडी स्वामी विमलानंद सरस्वती की 16वीं पुण्यतिथि, रामदेव सिंह की 33वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
इस कार्यक्रम में सभी भाइयों ने इन दिग्गजों की तस्वीरों पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश और समाज के उत्थान में उनके योगदान को याद किया गया। पश्चिम बंगाल के लगभग हर हिस्से और बिहार से भी सैकड़ों ब्रह्मर्षि दिग्गजों के योगदान और परिश्रम ने समारोह को एक भव्य स्वरूप प्रदान किया गया । उपस्थित सभी भाइयों को स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गयाl समाज के विभिन्न क्षेत्र से जुड़े लोगो ने अपने विचारों जैसे बच्चों में नैतिक शिक्षा, सामूहिक उपनयन संस्कार, अंतर्जातीय विवाह, बढती उम्र शादी ना होना, रक्तदान सहयोग, परीक्षा सहयोग इत्यादि विषय के साथ संगठन के द्वारा किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला।
मंच संचालन पंकज सिंह और सह संचालन ओम प्रकाश सिंह के द्वारा किया गयाl कार्यक्रम के अतिथि अभिषेक कुमार सिंह (स्वंतत्रता सेनानी रामदेव बाबु के पौत्र), समाजसेवी दया शंकर राय, पूर्व प्रधानाध्यापक विजय कुमार पांडेय, शिक्षक विपिन सिंह, समाजसेवी व पत्रकार रमेश कुमार ठाकुर, पार्षद संजीव सिंह, अनिता देवी, अन्नु कुमारी सिंह, ज़ितेन्द्र सिंह, उमेश मिश्रा, नीरज कुमार राय, गौरव कुमार, शंकर सिंह, श्याम नारायण चौधरी, अभिषेक राय, उमेश सिंह, रवीन्द्र कुवर, राकेश कुवर, चन्दन राय, कमलेश राय, रवि सिंह, कृष्णा गौतम, संतोष सिंह, मुन्ना सिंह, मंजय सिंह, अशोक ठाकुर, कल्याण सिंह, विकाश सिंह, धीरज कुमार समेत अन्य गण्यमान्य लोगों ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर संबोधन किया। इसमें समाज और राष्ट्र के निर्माण में भूमिहार ब्राह्मण समाज की भूमिका पर गहराई से प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन ओम प्रकाश सिंह ने किया।