
रांची, 18 नवंबर । आदिवासी छात्र संघ (एसीएस) के प्रतिनिधिमंडल ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) के कुलसचिव से मुलाकात कर तोलोंग सिकी लिपि को विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग का ज्ञापन सौंपा।
मंगलवार को हुई मुलाकात के बाद डीएसपीएमयू और रांची कॉलेज के अध्यक्ष विवेक तिर्की ने कहा कि तोलोंग सिकी किसी व्यक्ति की निजी संपत्ति नहीं, बल्कि पूरे समाज की अस्मिता है। इसके विरोध को संकीर्ण मानसिकता बताते हुए उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक और भाषाई विरासत की रक्षा के लिए छात्र लगातार संघर्षरत रहेंगे। वहीं उपाध्यक्ष दीपा कच्छप ने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में तोलोंग सिकी लिपि का समावेशन उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
सचिव अमित टोप्पो ने इसे पीढ़ियों की पहचान का सम्मान बताते हुए संस्थागत स्वीकृति की जरूरत पर बल दिया।
विवेक तिर्की ने बताया कि 19 नवंबर 2025 को उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित बैठक में सभी विश्वविद्यालयों मेंतो के कुलसचिवों के साथ इस विषय पर निर्णायक चर्चा होगी। ज्ञापन में पीएचडी स्कॉलरों के लिए गाइड की सुव्यवस्थित व्यवस्था और सिंडिकेट बैठकों में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने की भी मांग की गई।
मौके पर रांची कॉलेज के दिनेश उरांव, लालेश्वर उरांव, गोविंद उरांव, प्रकाश भगत, अजय किस्पोट्टा सहित अनेक छात्र-छात्राएं मौजूद थे।






