बलरामपुर, 16 अप्रैल। बलरामपुर जिले में वन्यजीव हाथी और मनुष्य के बीच संघर्ष लगातार जारी है। 16 दिनों में हाथी के हमले से  छह लोगों की मौत हो गई । बुधवार को  वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र के रजखेता जंगल में महुआ चुनने गई महिला का जंगल में हाथी के साथ आमना-सामना हो गया।  हाथी ने महिला को पटककर मार डाला।

मिली जानकारी के अनुसार, यशोदा दास (58 वर्ष) स्याही ग्राम निवासी बुधवार सुबह करीब 7 बजे रजखेता जंगल महुआ चुनने गई हुई थी। महुआ चुनते-चुनते यशोदा जंगल में करीब सात किलोमीटर अंदर चली गई।  अचानक एक दंतैल हाथी से बुजुर्ग महिला का आमना-सामना हो गया। महिला हाथी को देखकर भाग नहीं सकी ।  गुस्साए गजराज ने महिला को पटककर मार डाला। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग और पुलिस को दी। जानकारी मिलने के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया है।

एसडीओ (फारेस्ट) अनिल सिंह पैकरा ने बताया कि हाथी झारखंड से बलरामपुर जिले में घुसा है। रामानुजगंज वन परिक्षेत्र से होते हुए वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में यह हाथी विचरण कर रहा है। मंगलवार को भी वन अमले ने स्याही सहित रजखेता, वाड्रफनगर, कोटराही, करमडीहा आदि गांवों में मुनादी कराकर हाथी की मौजूदगी की जानकारी दी थी। सभी गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया जा रहा है।

अनिल पैकरा ने आगे बताया कि वन विभाग द्वारा जंगल न जाने की मुनादी कराने के बावजूद बुधवार सुबह मृतका यशोदा दास के बेटे उसे बाइक पर  बैठाकर जंगल में छोड़कर गए थे। जहां घटना हुई है, वहां से मृतका का घर करीब 7 किलोमीटर दूर है। अन्य महिलाएं भी महुआ बीनने जंगल में गई थी।

16 दिनों में हाथी के हमले से यह छठवीं मौत

उल्लेखनीय है कि 31 मार्च को झारखंड से आए दंतैल हाथी ने शाम रामानुजगंज क्षेत्र के फुलवार गांव में पति-पत्नी, उस्मान अंसारी (50 वर्ष) और अस्मीना अंसारी (45 वर्ष) पर हमला कर दिया था। अंबिकापुर में मिशन हॉस्पिटल में देर रात अस्मीना की मौत हो गई थी। 1 अप्रैल को हाथी ने रामानुजगंज वन परिक्षेत्र के रामपुर में महुआ चुनने गए दुर्गा प्रसाद (48 वर्ष) को कुचल दिया था। हाथी के हमले में दुर्गा प्रसाद की मौके पर मौत हो गई थी। 2 अप्रैल को हाथी ने शंकरगढ़ क्षेत्र में महुआ चुनने गई गिद्दी कोरवा (50 वर्ष) को मार डाला था। 3 अप्रैल को जशपुर से घुसे हाथी ने बलरामपुर जिले के घाघरा में खेत में फसल की पहरेदारी कर रहे युवक को हाथी ने कुचल दिया। 8 अप्रैल को झारखंड से आए दंतैल हाथी ने रामानुजगंज के चाकी में देवलाल को दौड़ाकर पकड़कर फेंक दिया। जिसमें उसकी मौत हो गई। 16 अप्रैल को झारखंड से आए दंतैल हाथी ने रजखेता जंगल में महुआ चुनने गई महिला को कुचलकर मार डाला।