कोलकाता, 18 नवंबर । पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से उच्च माध्यमिक छात्रों को टैबलेट खरीदने के लिए दी जाने वाली सहायता राशि में साइबर धोखाधड़ी के मामले में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
ताजा गिरफ्तारियां दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी से हुई हैं। इनमें से एक आरोपित उत्तर दिनाजपुर जिले के सरकारी स्कूल का प्राथमिक शिक्षक है। राज्य पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये गिरफ्तारियां साउथ 24 परगना के सरसुना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल के छात्रों के साथ हुई साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी हैं।
इस मामले में सरकारी कोष से छात्रों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाने वाली राशि अन्य खातों में पहुंचा दी गई। जांचकर्ताओं ने पता लगाया है कि यह साइबर धोखाधड़ी उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा से संचालित की जा रही थी। इसका तरीका झारखंड के जामताड़ा गैंग की गतिविधियों जैसा है, जिसे “देश की फिशिंग राजधानी” के नाम से जाना जाता है।
पिछले सप्ताह, पश्चिम बंगाल पुलिस के महानिदेशक राजीव कुमार के आदेश पर इस घोटाले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया। इस टीम में राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, जो रोजाना इस मामले की प्रगति पर नजर रख रहे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही आश्वासन दिया है कि साइबर धोखाधड़ी के कारण जिन छात्रों को यह राशि नहीं मिली, उन्हें जल्द ही यह राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनके बैंक खातों में पैसा भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरे गिरोह को पकड़ लिया जाएगा।