ग्रे मार्केट में स्विगी के आईपीओ को फीका रिस्पॉन्स
12 रुपये प्रीमियम पर हो रही है ग्रे मार्केट में ट्रेडिंग
नई दिल्ली, 6 नवंबर। ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी का 11,327.43 करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया। इस आईपीओ में 8 नवंबर तक बोली लगाई जा सकेगी। सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने के पहले कल 5 नवंबर को स्विगी का एंकर बुक ओपन हुआ था, जिसमें कंपनी ने 151 एंकर इन्वेस्टर्स से 5,085.02 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटा ली है।
स्विगी का आईपीओ इस साल का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ है। इसके पहले हुंडई मोटर ने 27,870 करोड़ रुपये का आईपीओ लाकर घरेलू शेयर बाजार के इतिहास में अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च करने का रिकॉर्ड बनाया था। स्विगी के आईपीओ की लॉन्चिंग के साथ ही ग्रे मार्केट में भी इसका सौदा शुरू हो गया है। आज ग्रे मार्केट में आईपीओ के अपर प्राइस बैंड 390 रुपये पर 12 रुपये यानी 3.08 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ इसकी बोली लगाई जा रही है।
इसके पहले कल स्विगी का एंकर बुक ओपन हुआ था, जिसके जरिए कंपनी ने 151 एंकर इन्वेस्टर्स ने 50,85,02,32,290 रुपये जुटा लिए हैं। एंकर इन्वेस्टर्स को कुल 13,03,85,211 शेयर 390 रुपये के भाव पर जारी किए गए हैं। एंकर इन्वेस्टर्स को जारी किए गए शेयरों में से 40.65 प्रतिशत शेयर 19 डोमेस्टिक म्युचुअल फंड्स की 69 स्कीमों के लिए जारी किए गए हैं।
आज सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होने के बाद निवेशक 8 नवंबर तक इस आईपीओ में आवेदन कर सकते हैं। 11,327.43 करोड़ के इस आईपीओ के लिए 371 से 390 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया है, जबकि लॉट साइज 38 शेयर का है। इस आईपीओ में 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व किया गया है, जबकि 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए और 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है। इस आईपीओ में कंपनी अपने कर्मचारियों को प्रति शेयर 25 रुपये का डिस्काउंट ऑफर कर रही है। 11 नवंबर को कंपनी के शेयर निवेशकों को अलॉट कर दिए जाएंगे, जबकि 13 नवंबर को बीएसई और एनएसई पर कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग होगी।
आईपीओ के तहत 4,499 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जा रहे हैं, जबकि 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 17,50,87,863 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री की जाएगी। कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार नए शेयर की बिक्री से जुटाए जाने वाले पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी सब्सिडियरी स्कूट्सी का कर्ज कम करने, अपने डार्क स्टोर नेटवर्क का विस्तार करने, ब्रांड मार्केटिंग और बिजनेस प्रमोशन करने तथा आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी। वहीं ऑफर फॉर सेल के जरिए जुटाए जाने वाले पैसे शेयर बेचने वाले पुराने शेयर होल्डर्स को मिलेंगे।