
रांची, 04 सितंबर। गोड्डा में 11 अगस्त को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए सूर्या हांसदा के परिजनों ने झारखंड हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट याचिका दायर कर मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। सूर्या की पत्नी सुशीला मुर्मू और मां नीलमुनी मुर्मू ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी, गोड्डा और देवघर एसपी को याचिका में पक्षकार बनाया है । याचिका अधिवक्ता कुमार हर्ष के माध्यम से दायर की गई।
गोड्डा में 11 अगस्त को पुलिस मुठभेड़ में सूर्या हांसदा मारा गया। मुठभेड़ बोआरीजोर थाना क्षेत्र स्थित ललमटिया धमनी पहाड़ में हुई थी। उसे 10 अगस्त की शाम गिरफ्तार किया गया था। अगले दिन पुलिस सूर्या हासंदा की निशानदेही पर ललमटिया जंगल में छुपाए गए हथियार को बरामद करने गई थी। इसी दौरान वह पुलिस का हथियार छीनकर भागने लगा। तभी पुलिस ने उस पर गोली चलाई, जिससे उसकी मौत हो गई।
सूर्या हांसदा की मां नीलमुनि मुर्मू ने बताया कि घटना से पहले देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव से उनके बेटे सूर्या को गिरफ्तार किया गया था।
उल्लेखनीय है कि सूर्या हांसद भाजपा सहित अन्य दलों से चार बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका था। हालांकि उसे किसी भी चुनाव में जीत नहीं मिली।
सूर्या हांसदा का कई राजनीतिक दलों से संबंध रहा है। वह बोरियो विधानसभा से चार बार चुनाव लड़ चुका था। दूसरी बार 2014 में भी झाविमो से चुनाव लड़ा था। तीसरी बार 2019 में भाजपा ने उसे टिकट दिया था। इस चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहा था। वहीं 2024 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर उसने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उसने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम ) पार्टी से चुनाव लड़ा, लेकिन वह किसी भी चुनाव में जीत हासिल नहीं कर पाया था।