नई दिल्ली, 19 मार्च । कास्ट आयरन काउंटरवेट्स, म्यूनिसिपल कास्टिंग्स और डक्टाइल आयरन पाइप फिटिंग्स बनाने वाली कंपनी सुपर आयरन फाउंड्री के शेयरों की आज स्टॉक मार्केट में निराशाजनक एंट्री हुई। कंपनी के शेयर सांकेतिक डिस्काउंट के साथ सपाट स्तर पर लिस्ट हुए। फ्लैट लिस्टिंग के बाद बिकवाली का दबाव बन जाने के कारण थोड़ी ही देर में कंपनी के शेयर लोअर सर्किट लेवल पर पहुंच गए।

आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 108 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 5 पैसे के डिस्काउंट के साथ 107.95 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के तुरंत बाद बिकवाली का दबाव बन गया, जिसकी वजह से यह शेयर 102.60 रुपये के लोअर सर्किट लेवल पर आ गया। हालांकि थोड़ी ही देर बाद खरीदारों ने लिवाली शुरू करके लोअर सर्किट को ब्रेक कर दिया। सुबह 10:30 बजे तक के कारोबार के बाद कंपनी के शेयर 5 रुपये की कमजोरी के साथ 103 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे।

सुपर आयरन फाउंड्री का 68.05 करोड़ रुपये का आईपीओ 11 से 13 मार्च के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.56 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.79 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 63,01,200 नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने पुराने कर्जों को चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसके मुनाफे में लगातार बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 88 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़ कर 1.28 करोड़ रुपये के स्तर पर और 2023-24 में उछल कर 3.94 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। मौजूदा वित्त वर्ष की बात करें, तो अप्रैल से दिसबर 2024 के बीच कंपनी को 9.53 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है। इसी तरह इस अवधि में कंपनी 94.91 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल कर चुकी है।