
फ्लोरिडा, 19 मार्च । नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) से संबद्ध भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर धरती पर वापस लौट आए । फ्लोरिडा के तट पर उनकी सफल लैंडिंग हुई है। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर स्पेसएक्स क्रू-9 वापस धरती पर आ गया। नासा के ये दोनों अंतरिक्ष यात्री मात्र आठ दिन के मिशन पर गए थे। तकनीकी खराबी के कारण दोनों नौ माह और 13 दिन तक अंतरिक्ष में फंसे रहे। नासा ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है-”घर में आपका स्वागत है! नासा का स्पेसएक्स क्रू-9 विज्ञान मिशन के बाद धरती पर वापस आ गया है।’
अब सभी मिलेंगे अपने परिवारों से
नासा की वेबसाइट के अनुसार, निक हेग, सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव पूर्वी समय पर शाम 5:57 बजे पृथ्वी पर लौट आए। स्पेसएक्स रिकवरी जहाजों पर सवार टीमों ने अंतरिक्ष यान और उसके चालक दल को वापस निकाला। तट पर लौटने के बाद चालक दल ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर के लिए उड़ान भरेगा। वहां सभी अपने परिवारों से मिलेंगे। नासा के स्पेसएक्स क्रू-9 ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एजेंसी के नौवें वाणिज्यिक क्रू रोटेशन मिशन को पूरा किया। यह अमेरिका की खाड़ी में फ्लोरिडा के तल्हासी तट से स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सुरक्षित रूप से उतरा।
जेनेट पेट्रो ने कहा-यह ट्रंप की वजह से संभव हुआ
नासा की कार्यवाहक प्रशासक जेनेट पेट्रो ने कहा, “हम सुनीता, बुच, निक और एलेक्जेंडर की सुरक्षित घरवापसी पर रोमांचित हैं।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर नासा और स्पेसएक्स की एक महीने की मेहनत रंग लाई। अंतरराष्ट्रीय चालक दल और धरती पर मौजूद हमारी टीमों ने सभी को घर वापस लाने में कड़ी मेहनत की। नासा के ऐसे मिशन मानवता के लाभ के लिए हैं। हेग और गोरबुनोव ने 28 सितंबर, 2024 को दोपहर 1:17 बजे फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फ़ोर्स स्टेशन के स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 40 से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर उड़ान भरी थी। अगले दिन वे स्टेशन के हार्मनी मॉड्यूल के आगे की ओर वाले पोर्ट पर डॉक किए गए। सुनीता विलियम्स और विल्मोर को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान और यूनाइटेड लॉन्च अलायंस एटलस वी रॉकेट पर पांच जून, 2024 को स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 41 से एजेंसी के बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। दोनों 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे।
मिशन के दौरान 121,347,491 मील की यात्रा की
बताया गया है कि सुनीता विलियम्स और विल्मोर ने अपने मिशन के दौरान 121,347,491 मील की यात्रा की। अंतरिक्ष में 286 दिन बिताए और पृथ्वी के चारों ओर 4,576 परिक्रमा पूरी की। हेग और गोरबुनोव ने अपने मिशन के दौरान 72,553,920 मील की यात्रा की, अंतरिक्ष में 171 दिन बिताए और पृथ्वी के चारों ओर 2,736 परिक्रमा पूरी कीं। हेग ने अपने दो मिशनों में अंतरिक्ष में 374 दिन और विलियम्स ने अपनी तीन उड़ानों में अंतरिक्ष में 608 दिन बिताए हैं। विल्मोर ने अपनी तीन उड़ानों में अंतरिक्ष में 464 दिन बिताए हैं।
अंतरिक्ष परी ने दो स्पेसवॉक किए
सुनीता विलियम्स ने दो स्पेसवॉक किए। एक में उनके साथ विल्मोर और दूसरे में हेग शामिल थे। अंतरिक्ष में 900 घंटे से अधिक समय तक शोध के साथ 150 से अधिक अद्वितीय वैज्ञानिक प्रयोग किए गए। इस शोध में पौधों की वृद्धि और गुणवत्ता पर जांच शामिल थी, साथ ही रक्त रोगों, ऑटोइम्यून विकारों और कैंसर को संबोधित करने के लिए स्टेम सेल तकनीक की क्षमता भी शामिल थी। उन्होंने अंतरिक्ष यात्रियों को सर्कैडियन लय बनाए रखने में मदद करने के लिए प्रकाश व्यवस्था का भी परीक्षण किया। यह अध्ययन करने के लिए अंतरिक्ष स्टेशन के बाहरी हिस्से से नमूने लिए कि क्या सूक्ष्मजीव अंतरिक्ष में जीवित रह सकते हैं।
सुनीता के पैतृक गांव में जश्न
भारतीय समयानुसार सुबह 3.27 बजे ऑर्बिट बर्न का प्रोसेस पूरा होने के बाद फ्लोरिडा के तट पर अंतरिक्ष परी के उतरते ही सुनीता विलियम्स के गुजरात के पैतृक गांव में जश्न शुरू हो गया। इतिहास रचकर धरती पर सकुशल वापस लौटीं सुनीता विलियम्स का स्वागत समुद्र में तैरते डॉल्फिन के झुंड ने किया। जब उनका कैप्सूल पानी में उतरा तो उनके आसपास बड़ी संख्या में डॉल्फिन थीं। इसके बाद उनको रिकवरी पोत से कैप्सूल से निकाला गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत आने का निमंत्रण दिया
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को पत्र लिखकर भारत आने का निमंत्रण दिया है। पहली मार्च को लिखे और नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो के माध्यम से भेजे गए इस पत्र को केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स पर साझा किया। है। प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में कहा कि भले ही आप हजारों मील दूर हों, लेकिन आप हमारे दिलों के करीब हैं। भारत के लोग आपके अच्छे स्वास्थ्य और आपके मिशन में सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। आपकी वापसी के बाद हम भारत में आपसे मिलने के लिए उत्सुक हैं। भारत के लिए अपनी सबसे शानदार बेटियों में से एक की मेजबानी करना खुशी की बात होगी।