नयी दिल्ली 19 अक्टूबर। भारत ने इज़रायल – हमास संघर्ष के बीच मानवीय संकट पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि संघर्ष क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों पालन कड़ाई से करने की जरूरत है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को यहां नियमित ब्रीफिंग में यह बात कही। इज़रायल हमास संघर्ष, गाज़ा में एक अस्पताल पर हमला और उसके बाद की घटनाओं के बारे में सवालों के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस संघर्ष के बारे में विभिन्न ट्वीट में अपने विचार व्यक्त किये हैं। उन्होंने कहा, “आपने प्रधानमंत्री की टिप्पणियाँ, ट्वीट और बयान भी देखा होगा…हमने इज़रायल पर हुए भीषण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़ा होना चाहिए।”
प्रवक्ता ने कहा कि “हमने नागरिक हताहतों और मानवीय स्थिति पर भी अपनी चिंता व्यक्त की है। हम अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आग्रह करेंगे।”
इज़रायल में फंसे भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए चलाये जा रहे ऑपरेशन अजेय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन अजेय’ के तहत अब तक पांच उड़ानों से 1200 भारतीय वापस आए हैं। इसके साथ ही 18 नेपाली नागरिक भी वापस आये हैं।