
रायपुर, 04 मार्च । छत्तीसगढ़ के सेक्स सीडी कांड में आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विनोद वर्मा और कैलाश मुरारका सहित सात लोग मंगलवार को सीबीआई के जज भूपेश कुमार बसंत की स्पेशल कोर्ट में पेश हुए। सभी आरोपितों के धारा 164 के तहत बयान दर्ज किए गए। भूपेश बघेल की तरफ से जबलपुर हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त ने पैरवी की। विशेष न्यायाधीश भूपेश कुमार बसंत की अदालत में इस मामले के अन्य आरोपित विनोद वर्मा, कैलाश मुरारका समेत कुल सात लोग भी मौजूद रहे।
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में विनोद वर्मा के साथ-साथ इस मामले में कैलाश मुरारका, रिंकू खनुजा, विजय पंड्या, विनोद भाटिया और पूर्व सीएम और पूर्व पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल को भी आरोपित बनाया है जबकि इस मामले के एक आरोपित रिंकू खनूजा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
भूपेश बघेल के अधिवक्ता मनीष दत्त ने पत्रकारों को बताया कि भूपेश बघेल को झूठे मामले में फंसाया गया है। उन्होंने न तो सीडी बनवाई और न ही सीडी बांटी।भूपेश बघेल ने किसी तरह का कोई अपराध नहीं किया है। उन्होंने बताया कि सीबीआई अपने तर्क दे चुकी है। सुनवाई के बाद भूपेश चले गए हैं। पिछली सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील फैसल रिजवी ने बताया था कि कोर्ट ने सीबीआई बनाम कैलाश मुरारका और अन्य के विरुद्ध जांच पर बहस की थी। सीबीआई ने बहस पूरी कर ली है। फैजल रिजवी ने बताया कि सीबीआई ने कोर्ट में यह जानकारी दी है कि वर्ष 2017 में मानस साहू ने मार्फ सीडी बनवाई। इसके लिए करीब 95 हजार रुपये का लेनदेन हुआ। पैसा बैंक से बैंक भेजा गया। सीडी बनने के एक साल बाद दिल्ली में उसकी कॉपी हुई। सीबीआई के मुताबिक उनके पास इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य हैं।
उल्लेखनीय है कि 27 अक्टूबर, 2017 को छत्तीसगढ़ में एक कथित अश्लील सीडी कांड सामने आया था। इसे कथित रूप से पूर्व मंत्री राजेश मूणत का बताया जा रहा था। इस सीडी में एक आपत्तिजनक वीडियो था, जिसे लेकर भूपेश ने दावा किया था कि महिला के साथ बेहद आपत्तिजनक स्थिति में दिखने वाला व्यक्ति मंत्री राजेश मूणत हैं। कुछ ही समय में यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। इस सीडी के सामने आने के बाद मंत्री मूणत ने इसका खंडन करते हुए सीडी को फर्जी बताया और मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। इस मामले में रायपुर के सिविल लाइन थाने में इसका मुकदमा दर्ज हुआ और मंत्री की सीडी सार्वजनिक होने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने गाजियाबाद से वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने दावा किया था कि उनके आवास से वीडियो क्लिप की 500 सीडी और 2 लाख जब्त किए गए। इस मामले में सितंबर 2018 में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को भी गिरफ्तार किया गया था। उन पर साजिश रचने का आरोप था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जमानत लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश भर में तत्कालीन भाजपा सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरी थी।