चेन्नई, 19 फरवरी। आने वाले महीने में आम चुनाव की तारीखों की घोषणा की संभावना को देखते हुए तमिलनाडु की स्टालिन सरकार ने एफसीआई द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के कटआउट के साथ ‘सेल्फी प्वाइंट’ लगाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। राज्य सरकार पहले ही राशन की दुकानों पर मोदी की तस्वीर वाले बैनरों के प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया। मोदी की तस्वीर वाले चावल के पैकेट वितरित करने के एफसीआई के प्रस्ताव को भी रोक दिया गया।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक एफसीआई ने दिसंबर 2023 में सेल्फी प्वाइंट स्थापित करने के लिए राज्य सरकार को पत्र भेजा था जिसपर अभीतक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “शुरुआत में ऐसे संकेत थे कि राज्य के चुनिंदा स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट को अनुमति मिल सकती है लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।”

सूत्रों के अनुसार, तिरुचि में पीडीएस दुकान पर पीएम मोदी की तस्वीर को लेकर डीएमके तथा भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हुई जिसमें दोनों पार्टियों की तरफ से 62 गिरफ्तार किए गए हैं। राज्य के खाद्य और सहयोग विभाग के सूत्रों के अनुसार राशन की दुकानों पर बैनर प्रदर्शित करने के केंद्र के अनुरोध को पिछले साल ही अस्वीकार कर दिया गया है।

एक अधिकारी ने कहा कि “सेल्फी प्वाइंट के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया है। जब राज्य ने 2022 में पोंगल उपहार बैग वितरित किए थे तो उन पर मुख्यमंत्री की तस्वीर भी मुद्रित नहीं थी।”

तमिलनाडु भाजपा प्रवक्ता नारायणन तिरुपति ने राज्य सरकार के फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को महज एक राजनीतिक नेता नहीं बल्कि देश के हर राज्य के संरक्षक के तौर पर देखा जाना चाहिए।