अंग्रेजी के साथ ही इम्पलॉयबिलिटी स्किल सीखें विद्यार्थी
कोलकाता, 30 जनवरी। डॉन बॉस्को लिलुआ के तकनीकी शिक्षा विभाग में गंगा मिशन की ओर से तीन दिवसीय स्पोकेन इंग्लिश और इम्पलॉयबिलिटी स्किल कार्यशाला का आयोजन किया गया। 28 जनवरी से शुरू हुई कार्यशाला का समापन गुरूवार को हुआ।
प्रतिदिन दो घंटे चली कार्यशाला में संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्रमों के 60 से ज्यादा विद्यार्थी शामिल हुए। डॉन बॉस्को लिलुआ तकनीकी विभाग के प्रिंसिपल फादर बंटी मंडल के सहयोग से आयोजित कार्यशाला में फादर बंटी मंडल ने विद्यार्थियों को गंगा मिशन की ओर से समाज के लिए किए जा रहे विभिन्न कार्यों से परिचित कराया।
कार्यशाला में अंग्रेजी के साथ ही कार्यक्षेत्र से जुड़ी जानकारियां दी गईं। रोजगार में सफलता प्राप्त करने के लिए पढ़ाई के साथ ही लोगों से बातचीत, नई तकनीकों की जानकारी, मॉक इंटरव्यू, समय पर कार्य करने का महत्व, लीडरशिप, टीमवर्क, आपसी सहयोग का महत्व, सही व गलत के ज्ञान का महत्व, किसी भी माहौल में खुद को ढ़ालने व लगातार नई चीजों को सीखते रहने आदि के विषय में विस्तार से बताया गया। कार्यशाला के संचालन में ब्रदर सिल्बिसन बॉगोयारी का विशेष सहयोग रहा।
पिछले कुछ माह से गंगा मिशन की ओर से विभिन्न स्कूलों में आयोजित की जा रही कार्यशाला की संयोजक प्रज्ञा सारस्वत ने बताया कि पहली बार गंगा मिशन की ओर से रोजगार परक शिक्षा पर आधारित कार्यशाला आयोजित की गई। बच्चों में इसके प्रति विशेष उत्साह रहा। पहले दिन की कार्यशाला स्पोकेन इंग्लिश पर आधारित रही। अन्य दो दिन इम्पलॉयबिलिटी स्किल पर जोर दिया गया। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के साथ ही सही व गलत का ज्ञान, इमानदारी व समय का महत्व भी बच्चों को पता होना चाहिए। बच्चों में मिलजुल कर कार्य करने की आदत लगभग खत्म हो गई है। मोबाइल की दुनिया में खो चुके युवाओं को खुद को व्यक्त करना भी नहीं आता है। ना ही वो अपनी बात कह पाते हैं और ना ही दूसरों को गंभीरता से सुनते हैं। ऐसे में उन्हें हर कदम पर असफलता का सामना करना पड़ता है। बच्चों को इन बातों से परिचित कराना बहुत जरूरी है। कार्यशाला में बच्चों की विशेष रुचि रही। उन्होंने विभिन्न विषयों पर अपने विचार भी रखे।