
कोलकाता, 9 जुलाई ।
पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय ने हाल के दिनों में कॉलेज परिसरों में सामने आए अशोभनीय घटनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव कराना बेहद ज़रूरी है।
बिमान बंद्योपाध्याय ने सवाल उठाया कि जब कॉलेजों में छात्र संसद ही नहीं है, तो छात्र यूनियन की क्या ज़रूरत है? उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार इस दिशा में जल्द विचार करेगी। स्पीकर ने कहा, “कॉलेजों में जो कुछ हो रहा है, वह किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। ये सब तुरंत बंद होना चाहिए। मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री भी इन घटनाओं का समर्थन नहीं करते। ये सब तो असभ्यता है।”
दरअसल, दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर कॉलेज का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कॉलेज की एक नवागता छात्रा कथित तौर पर एक वरिष्ठ छात्र का सिर दबा रही है। आरोप है कि वीडियो में दिख रहे छात्र प्रतीक कुमार डे टीएमसीपी के को-ऑर्डिनेटर हैं, जो राजपुर टाउन तृणमूल युवा कांग्रेस और सोनारपुर दक्षिण विधानसभा तृणमूल छात्र परिषद के अध्यक्ष भी हैं। हालांकि, प्रतीक खुद इस कॉलेज का छात्र नहीं है, बल्कि बारुईपुर कॉलेज का पूर्व छात्र है।
इस बात को लेकर छात्रों और अभिभावकों में सवाल उठ रहे हैं कि जब वह कॉलेज का छात्र नहीं है तो उसे किस आधार पर टीएमसीपी का पद दिया गया। प्रतीक का दावा है कि उसे फंसाने के लिए वीडियो को एडिट कर प्रसारित किया गया है। इससे पहले राजपुर-सोनारपुर नगरपालिका की 15 नंबर वार्ड की पार्षद पापिया हल्दार ने भी उस पर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे।
इसी तरह का एक और वीडियो गड़ियाहाट स्थित आईटीआई कॉलेज से सामने आया है, जहां रात में भोजपुरी गानों पर डांस का आयोजन किया गया। इस घटना में कसबा लॉ कॉलेज कांड के आरोपित मनोजीत मिश्रा के करीबी संजय चौधुरी का नाम सामने आ रहा है।
तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने इन घटनाओं पर सफाई देते हुए कहा कि “कोई छात्र पूर्व छात्र होने के नाते अगर संगठक के तौर पर कॉलेज में काम कर रहा है तो उसे राजनीति से रोका नहीं जा सकता। वाम शासनकाल में तो स्थानीय समितियां कॉलेज यूनियनों को चलाती थीं।” उन्होंने कहा कि “किसी एक या दो कॉलेज में हुई घटना के आधार पर सभी छात्रों को गलत ठहराना उचित नहीं है। वीडियो की सच्चाई की भी जांच होनी चाहिए कि वह मज़ाक में बनाया गया या किसी पूर्वाग्रह से।”