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सियोल, 05 जनवरी। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल संवैधानिक न्यायालय में महाभियोग मुकदमे का सामना करने को तैयार हो गए हैं। येओल पर गंभीर आरोप हैं। मार्शल लॉ की अल्पकालिक घोषणा के बाद नेशनल असेंबली ने उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया था। संवैधानिक न्यायालय को अब यह तय करना है कि उनके खिलाफ महाभियोग चलेगा या नहीं।
इस बीच, एक अदालत के वारंट पर भ्रष्टाचार जांच कार्यालय ने उन्हें हिरासत पर लेने के लिए एड़ी-चोटी कर दी पर उसे इसमें कामयाबी नहीं मिली। इस वारंट पर अमल की तारीख छह जनवरी है। द कोरिया टाइम्स समाचार पत्र के अनुसार, राष्ट्रपति के कानूनी सलाहकार युन गैप-ग्यून ने रविवार को कहा कि येओल संवैधानिक न्यायालय के समक्ष महाभियोग मुकदमे में गवाही देने जाएंगे। शीर्ष अदालत ने सुनवाई के लिए 14 जनवरी, 16 जनवरी, 21 जनवरी, 23 जनवरी और चार फरवरी की तारीख मुर्करर की है।
कानूनी सलाहकार युन गैप-ग्यून ने संवाददाताओं को एक संदेश भेजा है कि राष्ट्रपति उचित तिथि पर न्यायालय के सामने उपस्थित होकर अपनी स्थिति को सामने रखेंगे। इस बात की संभावना अधिक है कि येओल 14 जनवरी को संवैधानिक न्यायालय के सामने उपस्थित हों।