
हुगली, 24 जुलाई। जिले के आरामबाग महकमा में सांप के काटने की घटनाएं चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई हैं। बीते छह महीनों में कुल 516 लोग सर्पदंश का शिकार हुए हैं। इनमें से पांच लोगों की जान भी जा चुकी है।
मेडिकल कॉलेज के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में 13 लोग सर्पदंश के कारण अस्पताल में भर्ती हुए। फरवरी में यह संख्या बढ़कर 64 पर पहुंची, जिनमें से एक मरीज शहर का निवासी था। मार्च में 57 लोग सर्पदंश का शिकार हुए, अप्रैल में यह आंकड़ा बढ़कर 74 तक जा पहुंचा। मई में रिकॉर्ड 107 लोग सांपों के काटने से बीमार पड़े। जून में सबसे अधिक 196 मामले सामने आए, जिनमें शहर के भी 10 निवासी शामिल थे। जुलाई में भी सर्पदंश के कई मामले सामने आए हैं।
आरामबाग मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रमाप्रसाद राय ने बताया कि उपमंडल में सर्पदंश की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हालांकि समय पर इलाज मिलने से मृत्यु दर कम है, लेकिन कई बार मरीज को मृत अवस्था में लाया जाता है, जिससे जान बचा पाना संभव नहीं होता। उन्होंने लोगों से अपील की कि जैसे ही सांप काटे, बिना देर किए अस्पताल पहुंचें, वरना परिणाम घातक हो सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि आरामबाग के अलावा बांकुड़ा, मिदनापुर और पूर्व बर्दवान के विभिन्न इलाकों से भी सर्पदंश के मरीज रोजाना इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं। बरसात के मौसम में औसतन आठ से दस लोग हर दिन सर्पदंश के कारण भर्ती हो रहे हैं। इसी को देखते हुए आपात विभाग में विशेष व्यवस्था की गई है।
स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों का कहना है कि जलजमाव और गीले वातावरण के कारण सापों का प्रकोप बढ़ गया है। खेतों में काम कर रहे किसान और घरों में मौजूद लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इलाज में देरी कई बार मरीज की हालत को गंभीर बना देती है। इसलिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है।