समिट में अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज विषय पर सेशन शुरू

 केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी समिट में शामिल हाेने पहुंचे

भोपाल, 25 फरवरी । नगर के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में चल रही दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) का आज अंतिम दिन है। मंगलवार काे अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज विषय पर मुख्य हॉल में शुरू हुए सेशन ाकाे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने संबोधित किया। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से छोटे शहरों को विकास का मौका मिला है। वहां के लोगों के मन में यह भाव जागा है कि वे भी उद्योगपति बन सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कई अफसरों का कहना था कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भोपाल नहीं बल्कि इंदौर में होनी चाहिए तो मैंने कहा कि इंदौर को दिल्ली और बड़े शहरों की तरह विकसित करना है। भोपाल और अन्य शहरों को इंदौर की तरह विकसित करना है, इसलिए भोपाल में ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की जाएगी। इंदौर और भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित करने का जिक्र करते हुए मुख्‍यमंत्री ने कहा कि अर्बन डेवलपमेंट के लिए अलग से समिट करेंगे।

अर्बनाइजेशन आज की आवश्यकता: विजयवर्गीय

नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अर्बनाइजेशन आज की आवश्यकता है। वर्ष 2047 तक प्रदेश की जनसंख्या 7 प्रतिशत बढ़ जाएगी। प्रदेश के विकास के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने 2 महीने में 18 नई पॉलिसी बनाई हैं। ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार काम कर रही है। मध्यप्रदेश में इन्वेस्टमेंट की भारी संभावनाएं हैं। इन्वेस्टर्स के लिए मंत्री के रूप में मेरे दरवाजे 24 घंटे खुले रहेंगे।

तय कार्यक्रम के तहत समापन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाग लेंगे। इससे पहले केंद्रीय शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल भी समिट में पहुंचे हैं। सेशन में शामिल होने से पहले खट्टर ने डिजिटल हैरिटेज वॉल देखी। बाग प्रिंट की डाई से कपड़े पर ब्लॉक (छापा) लगाया। सेशन हॉल में खेल एवं युवक कल्याण मंत्री विश्वास सारंग और भोपाल की महापौर मालती राय मौजूद हैं। इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट का उद्घाटन किया था। इसमें अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी समेत देश-विदेश के उद्योगपति शामिल हुए थे। आज शाम को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन में मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ मध्यप्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी और इन्वेस्टर्स भी मौजूद रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 के पहले दिन सोमवार को 22 लाख 50 हजार 657 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव और एमओयू हुए। इससे प्रदेश में 13 लाख 43 हजार 468 रोजगार मिलेंगे। अडाणी ग्रुप 2 लाख 10 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज बायोफ्यूल में 60 हजार करोड़ का निवेश करेगी। वहीं, हिंडाल्को ग्रुप सिंगरौली में 15 हजार करोड़ का प्लांट लगाने जा रहा है। अवादा ग्रुप ने 50 हजार करोड़ से 8000 मेगावाट का सोलर विंड पावर और बैटरी प्रोजेक्ट लगाने की इच्छा जताई। वहीं, सागर ग्रुप टेक्सटाइल सेक्टर में ढाई हजार करोड़ का निवेश करेगा।