महिला सहित छह आरोपित गिरफ्तार

खूंटी, 5 नवंबर । रनिया थाना क्षेत्र के लोहागड़ा डाईर मेला में अवैध शराब की बिक्री रोकने गए रनिया के थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल पर किए गए जानलेवा हमले और जवान अनीष बारला से हथियार छीनने के प्रयास के मामले में पुलिस ने एक महिला सहित छह आरोपिताें को गिरफ्तार किया है।

जेल भेजे जाने के पहले सभी आरोपितों को रनिया चौक से खूंटी घुमाया गया, जिन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी। जेल भेजे जाने से पूर्व एसपी कार्यालय के सभागार में बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में सभी आरोपितों को मीडिया के सामने प्रस्तुत किया गया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कटफरा (लकड़ी का मोटा टुकड़ा), खून सना पत्थर, शराब की बोतलों के टुकड़े और घटना के दिन  पहने गए अभियुक्तों  के कपड़े बरामद कर जब्त कर लिए हैं।

गिरफ्तार आरोपितों में गुमला जिले के बसिया थाना क्षेत्र अंतर्गत ममरला टेंगरा गांव निवासी सुखदेव झोरा उर्फ भोको (20), रनिया के जापुद झोराटोली निवासी सेनेतर भेंगरा उर्फ सोनू (24), बड़काटोली डिगरी निवासी जगतपाल सिंह उर्फ चौठा सिंह (45), मेलानियुस होरो (32), केराटोली डिगरी निवासी मार्शल कोनगाड़ी (66) और कनकलोया बरटोली निवासी महिला पूनम भेंगरा (42) शामिल हैं।

इन अभियुक्तों के खिलाफ रनिया थाना में दो नवंबर को ही अंचलाधिकारी प्रशांत डांग के आवेदन पर (कांड संख्या 33/25 )दर्ज किया गया है। इस मामले में जांच की जिम्मेदारी सब-इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह को सौंपी गई है।

प्रेस वार्ता में एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तोरपा के एसडीपीओ ख्रिस्टोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में तीन थानों के पुलिस पदाधिकारियों को मिलाकर एक टीम गठित की गई। टीम में डीएसपी रामप्रवेश कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, तोरपा थाना प्रभारी मुकेश कुमार हेम्ब्रम, तपकरा थाना प्रभारी नीतेश गुप्ता, सब-इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह, टिनू कुमार, अमरजीत सिंकू, श्यामल कुम्भकार, सहायक अवर निरीक्षक डोमन टुडू तथा रनिया और तोरपा थानों के सशस्त्र बल जवान शामिल थे।

आरोपितों की पहचान में वायरल वीडियो बना सहायक

पुलिस की टीम ने वायरल वीडियो, तकनीकी सहायता और गुप्त जानकारी के आधार पर इस कांड में शामिल छह आरोपितों को गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने लगातार विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। एसपी ने बताया कि अभी छापेमारी जारी है और अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी शेष है।

एसपी ने बताया कि दो नवंबर को लोहागड़ा में डाईर जतरा (मेला) लगा था, जहां थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सशस्त्र बल के साथ तैनात थे। जवान मेले में अलग-अलग स्थानों पर ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान थाना प्रभारी को सूचना मिली कि दो पक्षों में झगड़ा हो रहा है।

सूचना पर थाना प्रभारी एक जवान के साथ मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि कुछ लोग शराब के नशे में झगड़ रहे हैं। थाना प्रभारी ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन नशे की हालत में मौजूद कुछ लोगों ने अचानक उन पर जानलेवा हमला कर दिया और बेरहमी से पिटाई की। जब जवान ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, तो हमलावरों ने उनकी रायफल छीनने की कोशिश की।

एसपी ने बताया कि थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल अब खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज चल रहा है।