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नई दिल्ली, 17 फ़रवरी । केन्द्रीय वस्त्र एवं विदेश राज्यमंत्री पाबित्रा मार्गेरीटा ने सोमवार को भारत मंडपम में मेगा टेक्सटाइल इवेंट – भारत टेक्स 2025 के तहत केंद्रीय रेशम बोर्ड के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन- सिल्कटेक 2025 का उद्घाटन किया। केंद्रीय रेशम बोर्ड द्वारा रेशम क्षेत्र में उभरती प्रौद्योगिकियों पर आयोजित सिल्कटेक-2025 में पाबित्रा मार्गेरीटा ने रेशम उत्पाद मूल्य शृंखला में शून्यअपशिष्ट प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल पर जोर दिया। इस मौके पर केंद्रीय रेशम बोर्ड के अनुसंधान एवं विकास संस्थान और गैर सरकारी संगठनों के बीच छह समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
वस्त्र राज्यमंत्री ने रेशम क्षेत्र में उभरती प्रौद्योगिकियों पर दो स्मारिका सह सार पुस्तिका का विमोचन किया। इस मौके पर वस्त्र सचिव नीलम शमी राव भी उपस्थित थीं।
इस मौके पर पाबित्रा मार्गेरीटा ने पूर्वोत्तर राज्यों के विशिष्ट मुगा और एरी रेशम का उल्लेख किया। रेशम उत्पाद मूल्य शृंखला में शून्य अपशिष्ट प्रौद्योगिकी को रेखांकित करते हुए उन्होंने गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और सहयोग द्वारा वस्त्रों का उत्पादन और निर्यात तीन गुना बढ़ाने का आह्वान किया है।
उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाने में रेशम उत्पाद शृंखला में वैश्विक बाजार के रुझान और सतत नवाचारों पर जोर देते हुए रेशम की गुणवत्ता बढ़ाने में उन्नत प्रौद्योगिकियों पर बल दिया।
वस्त्र सचिव नीलम शमी राव ने रेशम उद्योग के विकास के लिए एकीकृत योजना रेशम समग्र के कार्यान्वयन से रेशम उत्पादन में आये उल्लेखनीय बदलाव को रेखांकित किया। उन्होंने उन्नत प्रौद्योगिकियों द्वारा रेशम के सह-उत्पादों के उपयोग को भी बढ़ावा देने की बात कही।
सम्मेलन में वस्त्र उद्योग के अलावा सौंदर्य प्रसाधन, फार्मा आदि क्षेत्रों में रेशम के इस्तेमाल और प्रचार-प्रसार पर ध्यान केंद्रित किया गया तथा
कार्यक्रम में संयुक्त सचिव (फाइबर) प्राजक्ता एल. वर्मा, वस्त्र मंत्रालय में संयुक्त सचिव अजय गुप्ता और केंद्रीय रेशम बोर्ड के सदस्य सचिव पी. शिवकुमार उपस्थित थे।