कोलकाता, 19 फरवरी । कोलकाता के टेंगरा इलाके में एक ही परिवार के छह सदस्यों ने आत्महत्या की कोशिश की, जिसमें तीन की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में दो महिलाएं और एक किशोरी शामिल हैं, जबकि घायल तीन युवक अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस का कहना है कि सभी ने पहले पायस (खीर) में नींद की गोलियां मिलाकर खाईं और फिर आत्महत्या का प्रयास किया।

बुधवार सुबह ईएम बाईपास पर एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। अभिषिक्त मोड़ के पास कार ने एक पिलर को जोरदार टक्कर मारी, जिसमें तीन युवक घायल हो गए। जब पुलिस ने अस्पताल में जाकर उनसे पूछताछ की, तो पता चला कि उनके घर में तीन और लोग मृत पड़े हैं। इसके बाद पुलिस टेंगरा स्थित उनके घर पहुंची और दो महिलाओं व एक किशोरी के शव बरामद किए।

कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध शाखा) रूपेश कुमार ने बताया कि छह लोग एक ही परिवार के सदस्य थे। सभी ने एक साथ आत्महत्या की कोशिश की थी। तीन की मौत हो गई और तीन युवक कार लेकर बाहर निकल गए। उन्होंने जानबूझकर अपनी कार को पिलर से टकराया। फिलहाल घायल युवकों से पूछताछ की जा रही है।

मृतकों की पहचान रोमी दे और सुदेष्णा दे (दो महिलाएं) और एक किशोरी के रूप में हुई है। घायल युवकों के नाम प्रणय दे और प्रसून दे हैं।

पुलिस को प्राथमिक पूछताछ में आर्थिक तंगी के संकेत मिले हैं। हालांकि, स्थानीय पार्षद का कहना है कि परिवार टेंगरा में लंबे समय से रह रहा था और उनका चमड़े का कारोबार था। वे बेहद सभ्य लोग थे। मैंने कभी उनकी आर्थिक समस्या के बारे में नहीं सुना।

इस सामूहिक आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए लालबाजार होमिसाइड ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची है। जॉइंट पुलिस कमिश्नर रूपेश कुमार भी वहां पहुंचे और डॉग स्क्वायड की मदद ली जा रही है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या सभी ने एक साथ नींद की गोलियां खाईं या फिर युवकों ने कुछ देखने के बाद घर छोड़ दिया। इस सामूहिक आत्महत्या के पीछे की असली वजह क्या थी, यह पूरी जांच के बाद ही साफ हो सकेगा।