म्यामांर सीमा की हालिया घटनाओं और पाकिस्तान से घुसपैठ पर जताई चिंता
नई दिल्ली, 11 जनवरी। सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने गुरुवार को सालाना प्रेस कांफ्रेंस में भूटान, चीन, पाकिस्तान और म्यांमार सीमाओं के मौजूदा हालात पर बातचीत की। उन्होंने चीन सीमा के हालात को स्थिर लेकिन संवेदनशील बताया। पूर्वोत्तर में म्यांमार सीमा पर हालिया घटनाओं के मद्देनजर सेना प्रमुख ने चिंता जताते हुए कहा कि यहां बाड़ को और मजबूत किया जाएगा। पाकिस्तान से घुसपैठ और आतंकी घटनाएं बढ़ने की बात मानते हुए जनरल पांडे ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियां हमारे लिए चिंता का विषय हैं।
सेना दिवस के मद्देनजर मानेकशॉ सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख ने देश की सीमाओं पर मौजूदा स्थिति, आंतरिक और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, सेना के पुनर्गठन, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की चुनौतियों, सेना के आधुनिकीकरण, नई तकनीकों को शामिल करके युद्ध का स्वरूप बदलने की तैयारियों, पाकिस्तान और चीन से मिल रही चुनौतियों के अलावा सेना को आधुनिक बनाने के लिए नई तकनीकों को शामिल किए जाने के मद्देनजर किए गए सवालों के साफगोई से जवाब दिए।
सीओएएस जनरल मनोज पांडे के अनुसार भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति हमारे लिए चिंता का विषय है। पिछले कुछ महीनों में म्यांमार सेना और जातीय सशस्त्र संगठन की गतिविधियों से अब तक म्यांमार सेना के लगभग 416 जवान सीमा पार कर चुके हैं। इसके अलावा भूटान के कुछ नागरिकों ने मिजोरम के साथ-साथ मणिपुर में भी शरण ली है। चिंता की बात यह है कि भारत-म्यांमार की स्थिति को देखते हुए सीमा पर हमारे पास कुछ विद्रोही समूह भी हैं, जो दबाव महसूस कर रहे हैं। इन्होंने अब मणिपुर राज्य में सीमा की हमारी तरफ आने का प्रयास किया है। हालांकि हम मणिपुर की स्थिति पर नजर रख रहे हैं। हमारे पास करीब 20 असम राइफल बटालियन हैं, जो भारत-म्यांमार सीमा पर तैनात हैं। सीमा पर हमारी बाड़ को और मजबूत करने की भी बात चल रही है।