अगरतला, 10 नवंबर। त्रिपुरा में विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव एवं विधायक जितेंद्र चौधरी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा को लिखे एक पत्र में नौवीं की छात्रा दीपाश्री दास की भारतीय जनता पार्टी के एक नेता के घर कथित हत्या की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने की मांग की।
चौधरी ने आरोप लगाया कि छात्रा दीपाश्री दास को धार्मिक शुद्धिकरण के बहाने एक भाजपा नेता विप्लव सेन के घर ले जाया गया था क्योंकि वह एक मुस्लिम लड़के के साथ भाग गई थी।
चौधरी ने पत्र में कहा कि धार्मिक शुद्धि के लिए दक्षिण त्रिपुरा के अंतर्गत सबरूम में कालचेर्रा के भाजपा नेता बिप्लब सेन के घर के अंदर कैद करके बेहद असाधारण स्थिति में दीपाश्री दास की कथित तौर पर हत्या किए हुए एक महीने से अधिक समय बीत चुका है। उन्होंने कहा कि लड़की को सबरूम में सेन के घर ले जाया गया जहां लोगों के एक समूह ने उस पर अत्याचार किया। गत आठ अक्टूबर को गंभीर चोटों के कारण उसे एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया। बाद में, उसे गंभीर हालत में अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज और फिर कोलकाता ले जाया गया, जहां एक सप्ताह के बाद उसकी मृत्यु हो गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस महानिदेशक सहित विभिन्न स्तरों की पुलिस से बार-बार आग्रह करने के बावजूद पुलिस ने उसकी हत्या के पीछे जिम्मेदार अपराधी को गिरफ्तार करने और इस तथ्य का खुलासा करने के लिए अभी तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है।
उन्होंने कहा,“अधिक आश्चर्य की बात यह है कि न तो त्रिपुरा महिला आयोग की अध्यक्ष और न ही उसके किसी सदस्य ने अब तक इस दुखद घटना का जायजा लेने के लिए पीड़िता के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। इसके विपरीत वे दीपाश्री दास के कथित हत्यारे विप्लव सेन के घर गए।”
उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य प्रथा है कि महिलाओं पर अत्याचार व अन्याय से संबंधित किसी भी मामले के सिलसिले में किसी भी स्थान पर जाने के बाद आयोग बयान देता है लेकिन इस मामले में महिला आयोग संदेहास्पद रूप से चुप्पी साधे हुए है।
माकपा नेता ने दावा किया कि सेन, जो इस मामले में मुख्य आरोपी माना जाता है, ने मनुबाजार थाना के ओसी के साथ कई बार बंद कमरे में बैठकें कीं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप का आग्रह करते हुए कहा कि इन घटनाओं से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि मामले को दबाने और दीपाश्री दास की कथित हत्या के वर्तमान अपराधियों को बरी करने का एक व्यवस्थित प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने साथ ही मुख्यमंत्री से मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम गठित करने और कथित मुख्य आरोपी सेन को तुरंत गिरफ्तार करने का अनुरोध किया।