शिमला, 24 अक्टूबर।  हिमाचल में क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले इस मामले में दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मंगलवार को गिरफ्तार सभी सात आरोपियों को 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

एसआईटी को क्रिप्टो करेंसी से संबंधित पिरामिड योजना में अप्रत्याशित पीड़ितों को लुभाने में आरोपियों की भागीदारी का पता चला है। एसआईटी के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी में अलग-अलग भूमिकाएं पाई गईं।

आरोपियों में से एक डेटाबेस को बनाए रखने, संचार का समन्वय करने और धोखाधड़ी योजनाओं के तकनीकी पहलुओं की देखरेख सहित बैक एंड कार्यालय गतिविधियों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार था। एक अन्य व्यक्ति योजना से संबंधित वित्तीय लेनदेन का प्रबंधन सहित धन को इनफ्लो व आउटफ्लो से संबंधित कार्य को संभालता था। एसआईटी की जांच जारी है। एसआईटी ने अब धोखाधड़ी में शामिल सभी आरोपियों को कानून के दायरे में लाने के लिए साक्ष्य इकट्ठा करने और वित्तीय रास्ते का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित किया है।

एसआईटी ने जनता से विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के अवसरों का सामना करते समय सतर्क रहने और सावधानी बरतने का आग्रह किया है। इस मामले से संबंधित जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति को आगे आने और चल रही जांच में सहायता करने के लिए प्रोत्साहित करने का भी आग्रह किया है।