मजीठिया की कंपनियों के बैंक खातों में 161 करोड़ की नकदी का हिसाब नहीं

संदिग्ध विदेशी संस्थाओं से 141 करोड़ रुपये के लेन-देन के सबूत मिले

चंडीगढ़, 25 जून । पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने दावा किया है कि अकाली नेता बिक्रमजीत मजीठिया के विरूद्ध 2021 में दर्ज केस में विशेष जांच टीम और विजीलैंस ब्यूरो ने अपनी जांच में बड़े स्तर पर ड्रग मनी की लॉन्ड्रिंग का खुलासा हुआ है। प्राथमिक जांच से पता लगा है कि इस केस में 540 करोड़ रुपये से अधिक की ड्रग मनी का कई अवैध तरीकों के साथ लेन-देन किया गया।

पंजाब विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज किया है, जिसमें बिक्रम सिंह मजीठिया की तरफ से बड़े स्तर पर ड्रग मनी की लॉन्ड्रिंग के ठोस सबूत मिले हैं। जिसमें मजीठिया के कंट्रोल वाली कंपनियों के बैंक खातों में जमा 161 करोड़ रुपये की बड़ी बेहसाबी नकदी, संदिग्ध विदेशी संस्थाओं के साथ 141 करोड़ रुपये का लेन-देन, कंपनी के वित्तीय विवरणों में बिना किसी जानकारी या स्पष्टीकरण के 236 करोड़ रुपये की अधिक जमा राशि और बिक्रम सिंह मजीठिया की आय के किसी जायज़ स्रोत से बिना चल/अचल जायदाद की प्राप्ति शामिल है।

उन्होंने बताया कि इस केस में विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से हर तरह के लेन-देन की जांच की जा रही है और एसआईटी की जांच में स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि यह फंड बिक्रम सिंह मजीठिया के कंट्रोल वाली सराया इंडस्ट्रीज के खाते में जमा की गई राशि ड्रग मनी से सम्बन्धित है। उन्होंने बताया कि अबतक गैर-कानूनी ढंग से 540 करोड़ रुपये की ड्रग मनी की लॉन्ड्रिंग के बारे में पता चला है, जिसको बिक्रम सिंह मजीठिया की तरफ से तत्कालीन पंजाब सरकार में एक विधायक के तौर पर और पूर्व कैबिनेट मंत्री के पद के प्रभाव और गलत ढंग के साथ प्रयोग के ज़रिये जमा किया गया था।

प्रवक्ता ने बताया कि बिक्रम सिंह मजीठिया और उनकी पत्नी गिनीव कौर के नाम पर चल/अचल जायदादों में काफ़ी विस्तार हुआ है, जिसके लिए आमदनी का कोई जायज़ स्रोत पेश नहीं किया गया। विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता अनुसार एसआईटी की तरफ से 22 व्यक्तियों के ठिकानों और विजीलेंस ब्यूरो की तरफ से तीन स्थानों पर तलाशी और बरामदगी की कार्यवाहियां की गई जिसमें 30 से अधिक मोबाइल फ़ोन, 5 लैपटाप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, कई डायरियाँ, संपत्ति के कई दस्तावेज़ और सराया इंडस्ट्रीज से सम्बन्धित कई दस्तावेज़ मिले हैं। उन्होंने कहा कि इस केस की जांच जारी है, जिसमें और गिरफ़्तारियां होने की संभावना है।