
केंद्र सरकार के निर्देश पर तैयारियां तेज, सीमावर्ती जिलों में बढ़ी सतर्कता
जयपुर, 28 मई । केंद्र सरकार के निर्देश के बाद राजस्थान में गुरुवार, 29 मई को शाम पांच बजे एक बार फिर मॉक ड्रिल होगी। इस दौरान सायरन बजाए जाएंगे और आपातकालीन व्यवस्थाओं की जांच की जाएगी। इसके साथ ही ब्लैक आउट एक्सरसाइज भी होगी, जिसमें तय समय पर पूरे इलाके की लाइटें बंद कर दी जाएंगी।
गृह विभाग ने सभी जिलों को इस मॉक ड्रिल के निर्देश दिए हैं। सिविल डिफेंस ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बताया जा रहा है कि सात मई को हुई मॉक ड्रिल में कुछ खामियां रह गई थीं, जिन्हें सुधारने के लिए अब फिर से ड्रिल की जा रही है।
जोधपुर के कलेक्टर गौरव अग्रवाल और बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि उनके जिलों में भी मॉक ड्रिल को लेकर दिशा-निर्देश मिल चुके हैं और तैयारी पूरी है।
इससे पहले सात मई को राज्य के सभी जिलों में एयर स्ट्राइक जैसे हालातों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की गई थी। इस दौरान सायरन बजाकर लोगों को सतर्क किया गया और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभ्यास किया गया था। ड्रिल के बाद 15 मिनट का ब्लैक आउट भी किया गया था, जिसमें शहरों की लाइटें पूरी तरह बंद कर दी गई थीं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीमावर्ती जिलों के कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। बाईस अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद सात मई को भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में की गई एयरस्ट्राइक के बाद यह मॉक ड्रिल और अधिक अहम मानी जा रही है।
मॉक ड्रिल एक तरह की तैयारी होती है, जिसमें यह परखा जाता है कि अगर किसी आपात स्थिति (जैसे हवाई हमला या बम विस्फोट) में नागरिक और प्रशासन कितनी तेजी से और सही ढंग से प्रतिक्रिया करता है।
ब्लैक आउट एक्सरसाइज में तय समय पर पूरे इलाके की बिजली बंद कर दी जाती है, ताकि दुश्मन को किसी स्थान को टारगेट करने में मुश्किल हो।
राज्य के जयपुर, कोटा, अजमेर, सीकर, अलवर सहित कई शहरों में यह अभ्यास दोबारा किया जाएगा। प्रशासन ने आम लोगों से सहयोग की अपील की है ताकि आपात स्थिति में सभी सुरक्षित रह सकें।