
नई दिल्ली, 13 अगस्त। सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री एवं वाणिज्य और उद्योग मंत्री गण किम योंग के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार भेंट की। यह प्रतिनिधिमंडल भारत-सिंगापुर मंत्रिमंडलीय गोलमेज बैठक (आईएसएमआर) के तीसरे संस्करण में भाग लेने के लिए भारत दौरे पर है।
राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर व्याप्त अनिश्चितता के बावजूद भारत और सिंगापुर के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी सतत रूप से प्रगति कर रही है। इस वर्ष की शुरुआत में सिंगापुर के राष्ट्रपति थरमन शनमुगरत्नम की भारत यात्रा को स्मरण करते हुए उन्होंने बताया कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुई थी।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस प्रकार की नियमित उच्चस्तरीय बैठकों और आईएसएमआर जैसे मंचों के माध्यम से भारत-सिंगापुर संबंधों को नई दिशा और गति मिल रही है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए सिंगापुर की स्पष्ट और दृढ़ प्रतिक्रिया की सराहना की।
उन्होंने कहा कि सिंगापुर, भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’, ‘महासागर विजन’ तथा ‘इंडो-पैसिफिक विजन’ में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, रक्षा, संस्कृति, शिक्षा और जनसंपर्क के क्षेत्र में गहरे और मजबूत संबंध हैं। राष्ट्रपति ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि अब यह साझेदारी कौशल विकास, हरित अर्थव्यवस्था और फिनटेक जैसे नए और उभरते क्षेत्रों में भी विस्तार पा रही है, जो द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूती प्रदान करेगी।