गंगटोक, 09 अक्टूबर। सिक्किम के उत्तरी जिले में हाल ही में आयी आपदा के बाद से लापता सैनिकों की तलाश जारी है। सिक्किम के हिमालयी इलाकों में 63 विदेशी यात्रियों सहित लगभग 1700 पयर्टक अब भी ऊंचाई पर फंसे हुए हैं जन्हें सहायता प्रदान की जा रही है। यह जानकारी सोमवार को आधिकारिक सूत्रों ने दी।

रक्षा अधिकारियों ने पुष्टि की है कि 23 भारतीय सेना कर्मियों में से एक को चार अक्टूबर को जीवित बचाया गया है और अब तक आठ शवों की पहचान की जा चुकी है और अन्य लापता सैनिकों की तलाश जारी है।

इससे पहले सिक्किम सरकार की ओर से शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में दावा किया गया कि तीस्ता नदी के जल क्षेत्र से बरामद किए गए कुल 30 मृतकों में से 19 सेना के जवान शहीद हो गए।

रक्षा अधिकारियों की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि त्रि शक्ति कोर के जवान उत्तरी सिक्किम के लाचेन, लाचुंग, थांगु और चुंगथांग के क्षेत्रों में फंसे 1,700 पर्यटकों को भोजन, चिकित्सा सहायता और संचार सुविधाएं सहित अन्य सहायता प्रदान कर रहे हैं। मौसम अब भी खराब है। इसके बावजूद भारतीय सेना पर्यटकों को वहां से निकाले जाने तक सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

सिक्किम सरकार के अनुसार चार अक्टूबर को उत्तरी क्षेत्र में स्थित ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी बेसिन में बाढ़ आ गई जिससे पूरे क्षेत्र में तबाही मच गयी। पूरे सिक्किम में 80 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।  लापता लोगों के तीस्ता की बाढ़ में बहने की आशंका है।