
कोलकाता, 22 अगस्त । पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर मेट्रो परियोजनाओं को लेकर करारा हमला बोला है। उन्हाेंने कहा कि ममता बनर्जी का योगदान “एक बड़ा शून्य” है और बंगाल को झूठे दावों से नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी की दृष्टि और कार्यशैली से वास्तविक विकास मिल रहा है।
भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार काे साेशल मीडिया एक्स पर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अब उन योजनाओं का श्रेय लेने की कोशिश कर रही हैं, जिन्हें उनके कार्यकाल में ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। रेल मंत्री रहते ममता बनर्जी ने कुछ परियोजनाओं के ब्लूप्रिंट जरूर तैयार कराए थे, लेकिन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) शासन के भ्रष्टाचार और देरी के कारण वे वर्षों तक रुकी रहीं। आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बनने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से लगातार गैर-सहयोग और भूमि अधिग्रहण में विफलता ने इन परियोजनाओं को और अधिक लटका दिया।
नेता प्रतिपक्ष ने विशेष तौर पर सियालदह-एस्प्लानेड खंड और न्यू गड़िया-एयरपोर्ट मेट्रो कॉरिडोर (ऑरेंज लाइन) का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार की वजह से बार-बार रुकावट आई। आरोप लगाया कि चिंगरिघाटा जंक्शन पर वायाडक्ट निर्माण के लिए सभी इंतजाम होने के बावजूद पश्चिम बंगाल सरकार से एनओसी महीनों से लंबित है, जबकि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के व्यक्तिगत पत्र के बावजूद मंजूरी नहीं मिली।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मेट्रो परियोजनाओं को गति मिली है। उनके अनुसार, यूपीए काल में पश्चिम बंगाल को औसतन 4,380 करोड़ की रेलवे फंडिंग मिलती थी, जो अब बढ़कर 13,955 करोड़ हो गई है। वर्तमान में राज्य में 83,765 करोड़ की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी कोलकाता को विश्व स्तरीय मेट्रो कनेक्टिविटी दे रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केवल बहानेबाजी और उद्घाटन कार्यक्रमों के बहिष्कार तक सीमित रह गई हैं—————–