कोलकाता, 07 मई । पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा बुधवार तड़के किए गए मिसाइल हमलों की सराहना करते हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस दिन को “अपार संतोष का दिन” बताया। उन्होंने कहा कि इस जवाबी कार्रवाई का पूरा श्रेय भारतीय सशस्त्र बलों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।

अधिकारी ने कहा कि यह दिन गर्व और संतोष से भरा हुआ है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम इस कार्रवाई के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।

उन्होंने बताया कि कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए 26 लोगों में से एक, बितन अधिकारी की विधवा ने अपने दुःख को साझा करते हुए कहा था कि कैसे उस हमले में उसके माथे से सिंदूर छिन गया — जो कि हिंदू विवाहित महिलाओं के लिए परंपरागत प्रतीक होता है। शुभेंदु ने कहा कि हिंदू पुरुषों को उनकी पत्नियों के सामने गोली मार दी गई थी।

अधिकारी ने दावा किया कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का करारा जवाब अब दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई उन सभी आलोचनाओं को झूठा साबित करती है जो तृणमूल कांग्रेस की ओर से भारतीय जनता पार्टी और केंद्र की एनडीए सरकार के खिलाफ की जाती रही हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि देश की जनता को भी राष्ट्रविरोधी ताकतों और टुकड़े-टुकड़े गैंग के खिलाफ जवाबी हमला करना चाहिए।

वहीं, इस कार्रवाई को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के घर गिराए जाने पर टीएमसी ने कहा कि यदि इन लोगों के खिलाफ खुफिया जानकारी पहले से मौजूद थी तो कार्रवाई पहले क्यों नहीं की गई?

तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “आतंकियों के घरों को गिराना अब पहलगाम हमले के बाद एक बड़े दिखावे के तौर पर पेश किया जा रहा है। लेकिन ये सभी घर कश्मीर में हैं, जो कि अमित शाह के गृह मंत्रालय के अधीन आता है।”