
कोलकाता, 25 मार्च । पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को कलकत्ता हाईकोर्ट की एकल पीठ का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने बारुईपुर-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में रैली करने की अनुमति मांगी, जो विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी का निर्वाचन क्षेत्र है।
अधिकारी ने जस्टिस तिर्थंकर घोष की एकल पीठ में याचिका दायर कर आरोप लगाया कि जिला पुलिस ने उन्हें 27 मार्च को प्रस्तावित रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। अदालत ने उनकी याचिका स्वीकार कर ली है और इस पर बुधवार को सुनवाई होगी।
इससे पहले, 19 मार्च को अधिकारी बारुईपुर-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में एक विरोध रैली करने पहुंचे थे। लेकिन उनकी यह रैली सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यक्रम के साथ टकरा गई। इस दौरान तृणमूल और भाजपा के नेताओं के बीच कई दौर की नोकझोंक और नारेबाजी हुई। स्थिति बिगड़ने के बाद शुभेंदु अधिकारी को अपनी प्रस्तावित रैली रद्द करनी पड़ी।
इस विरोध रैली का उद्देश्य विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा विधायकों के साथ कथित भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाना था। अधिकारी ने विधानसभा अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि उन्होंने सदन की कार्यवाही में पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया और उन्हें तथा अन्य भाजपा विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया।
इस घटना के बाद शुभेंदु अधिकारी ने 27 मार्च को बारुईपुर-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में फिर से विरोध रैली करने की योजना बनाई, लेकिन पुलिस द्वारा अनुमति न मिलने के कारण उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई मौकों पर पुलिस ने अधिकारी को राज्य के विभिन्न इलाकों में विरोध रैलियां करने से रोका था। हर बार उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अदालत ने उन्हें रैली करने की अनुमति दी।