कोलकाता, 28 अगस्त। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को मनाए जा रहे तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के स्थापना दिवस पर कटाक्ष करते हुए सवाल किया है कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी को ऐसे संगठनों के महत्व की समझ है या नहीं?
अधिकारी ने तृणमूल छात्र परिषद का नामकरण कांग्रेस के छात्र संगठन ‘छात्र परिषद’ से प्रेरित बताते हुए इसे एक नकल करार दिया। उन्होंने कहा कि छात्र परिषद की स्थापना राज्य के दो महान कांग्रेस नेता, दिवंगत प्रिय रंजन दासमुंशी और दिवंगत सुभ्राता मुखर्जी, जिन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के ‘दो आंखों’ के रूप में माना जाता था, द्वारा की गई थी।
शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार सुबह अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, “आज तृणमूल छात्र परिषद का स्थापना दिवस नहीं, बल्कि नकल दिवस है! जैसा कि आपकी स्वाभाविक आदत है, आपने आज का दिन भी अन्य चीजों की तरह ‘चुराया’ है ताकि प्रिय दा और सुभ्राता दा जैसे असली संस्थापकों का श्रेय ले सकें।”
अधिकारी ने अपने संदेश में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पर राज्य के कई संस्थानों में छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया को जानबूझकर रोकने का आरोप भी लगाया। उनके अनुसार, यह एक सुनियोजित चाल है ताकि छात्र राज्य में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज न उठा सकें।
उन्होंने कहा, “आप भली-भांति समझते हैं कि छात्र और युवा न केवल सामाजिक भूमिका में बल्कि राज्य के निर्माण में भी एक बड़ी भूमिका रखते हैं। इसलिए, आपने पिछले नौ वर्षों से छात्र परिषद के चुनाव को जानबूझकर रोका है ताकि नई पीढ़ी के छात्र नेता आपकी भ्रष्ट सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सड़क पर ना उतर सकें।”
अधिकारी ने छात्रों के भविष्य को लेकर मुख्यमंत्री की चिंता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर आप कितनी चिंतित हैं, यह आपके शासनकाल में शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार, नौकरियों की बिक्री, गलत प्रश्न पत्र, परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र लीक, पार्थ चटर्जी जैसे मंत्रियों द्वारा करोड़ों रुपये की लूट और वैध नौकरी चाहने वालों को वर्षों तक सड़क पर बैठने के लिए मजबूर करने जैसी घटनाओं से समझा जा सकता है।”