नई दिल्ली, 18 जुलाई। चुनाव आयोग (ईसीआई) ने गुरुवार को शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) को लोगों से फंड एकत्र करने के लिए अधिकृत कर दिया है। इससे अब पार्टी सरकारी कंपनियों को छोड़कर विभिन्न स्रोतों से फंड ले पाएगी।

चुनाव आयोग ने आज इस संबंध में संचार जारी किया। इसमें आयोग ने कहा कि पार्टी सरकारी कंपनी के अलावा किसी भी व्यक्ति या कंपनी द्वारा स्वेच्छा से दी गई किसी भी राशि को स्वीकार कर सकती है। अनुमोदन जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29बी और धारा 29सी के अनुरूप है।

उल्लेखनीय है कि शिवसेना के दो गुटों में बंट जाने के बाद मूल शिवसेना और उसका चुनाव चिन्ह एकनाथ शिंदे समूह को चला गया था। वहीं उद्धव ठाकरे ने अलग पार्टी बनाई जिसका नाम शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) है। हाल के लोकसभा चुनाव में दोनों गुटों ने बेहतर प्रदर्शन किया है।

शिवसेना (यूबीटी) को फंडिंग की अनुमति से अब आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में लाभ मिलेगा। इससे उसे अभियान और अन्य राजनीतिक गतिविधियों के संचालन के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध होंगे।