कोलकाता, 31 मई । पश्चिम बंगाल में शनिवार को होने वाले अंतिम चरण के मतदान से पहले दक्षिण 24 परगना के भांगर इलाके में हिंसा चरम पर है। इसका आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लग रहा है। विपक्षी पार्टी भाजपा और अन्य दलों की ओर से चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज कराई जाने के बाद आखिरकार आयोग में एक्शन ले लिया है और स्थानीय तृणमूल विधायक शौकत मोल्ला के प्रचार करने पर रोक लगा दी गई है।
भांगर में जारी हिंसा के बीच भारतीय निर्वाचन आयोग ने जो आदेश जारी किया है उसमें कैनिंग-पूर्व विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक शौकत मोल्ला के वोटिंग के दिन आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है। ईसीआई के आदेश के अनुसार, शौकत मोल्ला शनिवार को पूरे दिन अपने निर्वाचन क्षेत्र कैनिंग-पूर्व से बाहर नहीं निकल पाएंगे। केंद्रीय एजेंसियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि क्षेत्र में हिंसा को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से बिल्कुल नहीं हिचकना है।
चुनाव आयोग के एक्शन के बाद मोल्ला ने भांगर में जारी तनाव के लिए एआईएसएफ कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि भांगर से एआईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी इस पूरे तनाव के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने नौशाद की गिरफ्तारी की मांग की है।