
गंगासागर, 13 जनवरी । हर साल की तरह इस बार भी पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज गंगासागर मेले में शामिल हुए। मेले में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने देश और पश्चिम बंगाल की वर्तमान परिस्थितियों के साथ बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर अपनी चिंता प्रकट की।
शंकराचार्य ने तीर्थक्षेत्रों को पर्यटन स्थल बनाने के प्रयासों का विरोध किया और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को गलत ठहराते हुए कहा, “बांग्लादेश अंधदृष्टि का परिचय दे रहा है। हिंदुओं पर अत्याचार उचित नहीं है। अगर हिंदुओं को वहां से निकाला जाता है, तो अन्य जगहों पर अल्पसंख्यक मुसलमानों की स्थिति क्या होगी? सभी को सद्भाव बनाए रखना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि एक समय पर बांग्लादेश, श्रीलंका और म्यांमार भारत का हिस्सा थे। शंकराचार्य ने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा, “मुसलमानों को यह समझना होगा कि उनके पूर्वज हिंदू थे। जिन हिंदुओं के पूर्वज कठिन परिस्थितियों में भी अपने धर्म को बचाए रखने में सफल रहे, उनका सम्मान करना चाहिए। अगर हिंदुओं का सम्मान नहीं किया गया और वे उत्तेजित हो गए, तो मुसलमानों की स्थिति खराब हो सकती है।”
उन्होंने सभी धर्मों के बीच सद्भाव और एकता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।