कोलकाता: 25 दिसंबर को ‘शब्दाक्षर’ ने 25 दिसंबर को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय कवि, प्रातः स्मरणीय अटल बिहारी वाजपेई की काव्यगत जयंती मनाई।
कोलकाता के आलम बाज़ार स्थित 72, सूर्यसेन रोड, में ‘शब्दाक्षर’ के उत्तर 24 परगना जिला अध्यक्ष गौरी शंकर दास के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ‘शब्दाक्षर’ दया शंकर मिश्रा ने की। ‘शब्दाक्षर’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह प्रधान अतिथि के रूप में तथा शहर के सुप्रसिद्ध गीतकार चंद्रिका प्रसाद पाण्डेय ‘अनुरागी’ मुख्य अतिथि के रूप में एवं हिंदी साहित्य परिषद के संस्थापक अध्यक्ष संजय शुक्ला विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थे।
कार्यक्रम दो सत्रों में हुआ।
प्रथम सत्र में कवि अटल के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ सभी मंचासीन अतिथियों द्वारा धूप आरती की गई। तत्पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित चुनिंदा साहित्यकारों ने कवि अटल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
दूसरे सत्र में राष्ट्रीय काव्य पाठ का आयोजन हुआ। जिसका संचालन ‘शब्दाक्षर’ दक्षिण कोलकाता अध्यक्ष प्रदीप धानुक ने किया। कार्यक्रम में अधिकतर रचनाएं कवि अटल पर केंद्रित रहीं जिनमें राष्ट्रीयता का भाव प्रचुर रूप से दृष्टिगोचर था। मंचासीन अतिथि कवियों के अतिरिक्त काव्य पाठ करने वाले कवि एवं कवयित्रियों में शामिल थे-सर्वश्री चंद्र किशोर चौधरी, कालिका प्रसाद उपाध्याय ‘अशेष’, मनोज मिश्र, चंद्रभानु गुप्त ‘मानव’, प्रणीति ठाकुर, आलोक चौधरी, कृष्ण कुमार दुबे, ओम प्रकाश चौबे, राम नारायण झा ‘देहाती’, नंदू बिहारी, जतिन हयाल, मंजू तिलक, अनुज कुमार, राजकुमार लोहार, मोहन साथी, राम बाबू शर्मा, प्रीति धानुक, वासुदेव दास, सुखदेव प्रसाद, लखन भारती, रामजी जैसवारा, जय प्रकाश सिंह’, बी.भूषण शर्मा, एवं कुंदन प्रसाद इत्यादि।
‘शब्दाक्षर’ जिलाध्यक्ष उत्तर चौबीस परगना गौरी शंकर दास के धन्यवाद ज्ञापन से उक्त सारस्वत कार्यक्रम का समापन हुआ।