कोलकाता ,25 जुलाई। छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर एसएफआई ने शुक्रवार को सॉल्टलेक स्थित विकास भवन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के कारण विकास भवन के पास की सड़कों पर ट्रैफिक जाम हो गया और आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

छात्र संघ चुनाव के साथ-साथ एसएफआई का मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण राज्य के करीब छब्बीस हजार शिक्षकों और गैर-शिक्षकों की नौकरी चली गई है, जिससे स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी हो गई है। उन्होंने मांग की है कि खाली पदों पर तुरंत शिक्षकों की नियुक्ति की जाए और स्कूल-कॉलेजों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

इस आंदोलन के तहत एसएफआई के सैकड़ों सदस्य करुणामयी में इकट्ठा हुए और बिना पुलिस अनुमति के विकाश भवन की ओर मार्च करने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया और प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। हालात को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया।

गौरतलब है कि राज्य में आखिरी बार वर्ष 2017 में व्यापक स्तर पर छात्र संघ चुनाव हुए थे। उसके बाद केवल कुछ कॉलेजों में ही चुनाव हुए हैं। शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु कई बार कह चुके हैं कि सरकार चुनाव कराने को लेकर गंभीर है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसी मुद्दे पर अधिवक्ता सायन बंद्योपाध्याय ने कलकत्ता हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर की है।

एसएफआई ने स्पष्ट किया है कि अगर सरकार मांगों को जल्द से जल्द नहीं मानती है तो आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा।