मौसम विज्ञान विभाग

रांची, 25 दिसंबर। झारखंड में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही सर्द और शुष्क हवाओं के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के 12 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार आने वाले तीन दिनों तक ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है।

रांची मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक निचले क्षोभमंडल में सक्रिय ठंडी हवाओं का असर बना हुआ है, जिसके कारण न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक और गिरावट हो सकती है। यह स्थिति 27 दिसंबर तक बनी रहने की संभावना है। राज्य के कई इलाकों में सुबह और देर रात तेज कनकनी महसूस की जा रही है।

इन जिलों में शीतलहर का अधिक असर

मौसम विभाग ने गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा, रांची, खूंटी और बोकारो को ठंड के लिहाज से संवेदनशील जिले घोषित किया है। इन जिलों में गुरुवार सुबह से शनिवार तक शीतलहर का प्रभाव अधिक रहने की चेतावनी दी गई है। राज्य के नौ जिलों में न्यूनतम तापमान पहले ही 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच चुका है, जिससे ठंड का असर और तेज हो गया है।

गुमला सबसे ठंडा जिला

ताजा मौसम आंकड़ों के अनुसार गुमला राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं डालटनगंज में पारा 6.1 डिग्री, हजारीबाग में 7.2 डिग्री और राजधानी रांची में 8.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। औद्योगिक शहर जमशेदपुर में न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो राज्य के अन्य हिस्सों की तुलना में अपेक्षाकृत बेहतर रहा।

कोहरे से यातायात पर असर की आशंका

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सुबह के समय घने कोहरे के कारण दृश्यता काफी कम हो सकती है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित होने की आशंका है। वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। ठंड के कारण बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी रखने की आवश्यकता बताई गई है।

मौसम विभाग के अनुसार 27 दिसंबर के बाद तापमान में कुछ स्थिरता आने की संभावना है, हालांकि ठंड का असर पूरी तरह खत्म होने में अभी समय लग सकता है।