प्रवासी साहित्यः विविध आयाम एवं विविध परिप्रेक्ष्य विषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी 21 को
जुटेंगे देश-विदेश के विद्वान, भावी अनुवादकों को देंगे प्रशिक्षण
कोलकाता, 14 फरवरी । शिक्षा, साहित्य, संस्कृति व समाज सेवा को समर्पित संस्था समर्पण ट्रस्ट, बाबा साहेब अंबेडकर शिक्षण विश्वविद्यालय तथा हिंदी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय व्यावहारिक अनुवाद कार्यशाला 15 फरवरी से शुरू हो रही है। कार्यशाला का उद्घाटन, प्रशिक्षण तथा समापन क्रमशः बाबा साहेब अंबेडकर शिक्षा विश्वविद्यालय प्रेक्षागृह, कोलकाता, हिंदी विश्वविद्यालय, हावड़ा तथा भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता में होगा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर आगामी 21 फरवरी को ‘प्रवासी साहित्यः विविध आयाम एवं विविध परिप्रेक्ष्य’ विषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया है।
अध्यक्ष दिनेश बजाज ने
बताया कि विश्वविद्यालय स्तर पर महानगर में पहली बार अंतरराष्ट्रीय अनुवाद कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह अपने आप में एक विशिष्ट आयोजन होगा। इस कार्यशाला में जहां ख्यातिलब्ध विद्वान भावी अनुवादकों को प्रशिक्षित करेंगे वहीं केंद्र सरकार के विभिन्न संस्थानों में हिंदी की अलख जगा रहे युवा अनुवादकों को सम्मानित भी किया जायेगा।
समर्पण ट्रस्ट के ट्रस्टी प्रदीप ढेडिया ने बताया कि कार्यशाला का उद्घाटन बाबा साहेब अंबेडकर शिक्षण विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. (डॉ.) सोमा बंद्योपाध्याय करेंगी। इसमें हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) विजय कुमार भारती तथा साहित्य अकादमी, कोलकाता के क्षेत्रीय सचिव डॉ. देवेंद्र कुमार देवेश विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहेंगे। उपाध्यक्ष महेश अग्रवाल [पूर्ति ग्रुप] ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में नाटिंघम एशियन आर्टिस कौंसिल की पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष जय वर्मा, पेन इंडियन लेखक तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुवाद विद्वान डॉ. संतोष एलेक्स तथा उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान की संपादक डॉ. अमिता दुबे सारगर्भित व्याख्यान देंगे।
उपाध्यक्ष रोहित मोर ने बताया कि कार्यशाला में भारतीय उच्चायोग में हिंदी, शिक्षा एवं संस्कृति के द्वितीय सचिव तथा महात्मा गांधी सांस्कृतिक सहयोग संस्थान, स्पेन बंदरगाह त्रिनिदाद एवं टोबैगो के निदेश शिव कुमार निगम, टी बोर्ड, वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार के उप निदेशक (राजभाषा) एवं सचिव डॉ. ऋषिकेश राय, पूर्व सांसद तथा प्रोफेसर चंद्रकला पांडेय, कलकत्ता विश्वविद्यालय की प्रोफेसर राजश्री शुक्ला, केंद्रीय अनुवाद ब्यूरो, कोलकाता के परामर्शदाता एवं प्रभारी नवीन कुमार प्रजापति, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, ओड़ीसा के हिंदी अनुवादक हेमंत कुमार यादव, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर के हिंदी अधिकारी डॉ. राजीव कुमार रावत, यूनाइडेट बैंक आफ इंडिया के सेवानिवृत्त मुख्य प्रबंधक (राजभाषा) डॉ. शंभू प्रसाद, यूको बैंक के सेवानिवृत्त मुख्य प्रबंधक (राजभाषा) विजय कुमार यादव भावी अनुवादकों को प्रशिक्षित करेंगे।