
रांची, 25 दिसंबर । झारखंड के प्रख्यात शिक्षाविद, वरिष्ठ पत्रकार और रांची विश्वविद्यालय के पूर्व प्रो–वाइस चांसलर प्रो. डॉ. वेद प्रकाश शरण का गुरुवार तड़के निधन हो गया। वे 80 वर्ष के थे। उन्होंने राजधानी रांची के दीपाटोली स्थित क्यूरेस्टा अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से शिक्षा, पत्रकारिता और राजनीतिक जगत में गहरा शोक व्याप्त है।
परिजनों के अनुसार डॉ. शरण वर्ष 2021 से किडनी संबंधी बीमारी से पीड़ित थे और लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था। वे अपने पीछे पुत्री और दामाद को छोड़ गए हैं। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को हरमू मुक्तिधाम में किया जाएगा।
शिक्षा जगत में अमूल्य योगदान
प्रो. डॉ. वेद प्रकाश शरण का शैक्षणिक जीवन अत्यंत प्रेरणादायक और बहुआयामी रहा। उन्होंने रांची विश्वविद्यालय में प्रो–वाइस चांसलर के रूप में कार्य करते हुए अकादमिक गुणवत्ता और प्रशासनिक सुदृढ़ता के लिए कई महत्वपूर्ण पहल कीं। इससे पूर्व वे सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची में राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष (एचओडी) के रूप में लंबे समय तक सेवाएं देते रहे और वहीं से सेवानिवृत्त हुए। इसके साथ ही वे सेंट जेवियर्स कॉलेज में पत्रकारिता विभाग के निदेशक भी रहे।
पत्रकारिता और संगठनात्मक भूमिका
पत्रकारिता के क्षेत्र में भी डॉ. शरण का योगदान उल्लेखनीय रहा। वे रांची प्रेस क्लब के संस्थापक संयुक्त सचिव थे और पत्रकारों के संगठनात्मक सशक्तिकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। रांची प्रेस क्लब ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे पत्रकारिता जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका
डॉ. शरण राजनीतिक रूप से भी सक्रिय रहे। वे कांग्रेस की झारखंड प्रदेश इकाई के पूर्व मुख्य प्रवक्ता रहे और राजनीतिक व सामाजिक मुद्दों पर उनकी स्पष्ट, संतुलित और तथ्यपरक सोच को व्यापक सम्मान प्राप्त था। उनके निधन से न केवल परिवार, बल्कि शिक्षा जगत, पत्रकारिता जगत और राजनीतिक हलकों में शोक की लहर है। कई शिक्षाविदों, पत्रकारों, राजनीतिक नेताओं और सामाजिक संगठनों ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।








