
रांची, 21 जून । आदिवासी कार्य मंत्री चमरा लिंडा ने शनिवार को विभागीय सचिव, आदिवासी कल्याण आयुक्त एवं आदिवासी सहकारी विकास निगम के प्रबंध निदेशक के साथ विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। इसमें उन्होंने विभागीय योजनाओं के बेहतर संचालन एवं लाभार्थियों तक समय पर लाभ पहुंचाने को लेकर कई अहम निर्देश दिए।
मंत्री ने शिक्षा क्षेत्र पर विशेष जोर देते हुए अनुसूचित जनजाति के मेधावी छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उत्कृष्ट कोचिंग संस्थानों में प्रशिक्षण की सुविधा सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण कोचिंग से युवाओं को मुख्यधारा में लाने में मदद मिलेगी।
बैठक में मरंड. गोमके पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्र-छात्राओं के शीघ्र चयन की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने को भी कहा गया। इस योजना के अंतर्गत विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले आदिवासी विद्यार्थियों को सहायता प्रदान की जाती है। इसके साथ ही राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी साइकिल योजना को तेज़ी से लागू करते हुए सभी जिलों में शीघ्र साइकिल वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
मंत्री ने मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर बल दिया और युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के प्रयासों को तेज करने की बात कही। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी मंत्री ने 16 ग्रामीण कल्याण अस्पतालों के बेहतर प्रबंधन एवं संचालन के लिए त्वरित कदम उठाने का निर्देश दिया ताकि दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी योजनाओं की समयबद्ध समीक्षा कर उन पर क्रियान्वयन की गति बढ़ाई जाए ताकि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके।