कोलकाता, 24 मार्च । पश्चिम बंगाल सरकार ने इस साल राम नवमी के अवसर पर कोलकाता में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ी करने का फैसला किया है। पिछले कुछ वर्षों में इस त्योहार के दौरान हुई झड़पों को देखते हुए प्रशासन इस बार अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है।

राम नवमी के जुलूसों को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के लिए कोलकाता पुलिस ने 6 अप्रैल को होने वाले जुलूस मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। पुलिस ने संबंधित थाना क्षेत्रों को निर्देश दिया है कि वे पहले से लगे सीसीटीवी कैमरों की स्थिति का सर्वेक्षण करें और रिपोर्ट तैयार करें।

सीसीटीवी निगरानी के अलावा, इस बार पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरों से लैस किया जाएगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यदि किसी कैमरे में खराबी पाई जाती है तो उसे तुरंत ठीक किया जाएगा या बदला जाएगा। संबंधित थानों को यह भी निर्देश दिया गया है कि अगर किसी मार्ग पर अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे की जरूरत हो तो वे पुलिस आयुक्त कार्यालय को सूचित करें।

इस साल प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है क्योंकि आयोजक पहले से बड़े स्तर पर भीड़ जुटाने की योजना बना रहे हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी का दावा है कि इस बार दक्षिणपंथी संगठन राज्यभर में करीब दो हजार राम नवमी जुलूस निकालने की योजना बना रहे हैं।

अधिकारी ने आगे कहा कि इस साल राम नवमी के जुलूसों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या दोगुनी हो सकती है। उनका अनुमान है कि इस बार करीब एक करोड़ श्रद्धालु इन जुलूसों में हिस्सा लेंगे, जबकि पिछले साल यह संख्या 50 लाख थी। उन्होंने कहा, “पिछले साल एक हजार जुलूसों में करीब 50 लाख हिंदू शामिल हुए थे। इस साल हम दो हजार जुलूस निकालने की योजना बना रहे हैं, जिसमें एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।”

सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को मजबूत करते हुए कोलकाता प्रशासन इस बार के राम नवमी समारोह को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित बनाने के लिए पूरी तैयारी कर रहा है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके और कानून-व्यवस्था बनी रहे।