जगदलपुर, 31 अक्टूबर। बस्तर में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए सीमावर्ती राज्य उड़ीस-महाराष्ट, तेलंगाना के साथ लगातार बैठक कर समन्वय कर रणनीति तैयार की गई है, ताकि पूरे बस्तर के संवेदनशील इलाके में शांतिपूर्ण मतदान हो सके। तीनों राज्यों की पुलिस अपने सीमा इलाकों में लगातार सर्चिंग कर रही है। जिसमें आंध्र के ग्रेहंट फोर्स भी शामिल हैं। यह जानकारी छत्तीसगढ़ के बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने दी।
सुंदरराज पी ने मंगलवार को यहां बताया कि समूचे बस्तर में 150 ऐसे संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं जहां मतदान दलों को हेलीकाप्टर से भेजा जाएगा। इसके लिए हमारे पास आधा दर्जन हेलीकाप्टर पहले ही मौजूद हैं और शासन द्वारा भी अतिरिक्त हेलीकाप्टर मुहैया करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बस्तर में पूर्व से ही पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी है, इसके बावजूद चुनाव के लिए अतिरिक्त बल की मांग की गयी है। संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों की ड्रोन से निगरानी की जाएगी। एमआई 17 समेत अत्याधुनिक हथियारों से लैस 12 हेलीकाप्टरों से हवाई निगरानी की जाएगी। प्रत्येक नक्सली इलाकों में देश के नामी गिरामी सुरक्षा बलों समेत एलओसी के हजारों पराक्रमी जवान तैनात किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही केन्द्रीय सुरक्षा बल, सीमा सुरक्षा बल, स्पेशल टास्क फोर्स, जिला पुलिस बल सहित जिला रिजर्व पुलिस को चप्पे-चप्पे में तैनात किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण और निर्भय मतदान के लिए सुरक्षा बलों द्वारा गश्त तेज कर दी गई है तथा आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र तथा उड़ीसा सीमा को सील कर इन राज्यों के अधिकारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। इसके साथ ही बस्तर के सभी थानों को हाई अलर्ट कर दिया गया है।