रांची, 3 जून । राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) की सदस्य डॉ आशा लकड़ा ने सिरमटोली-मेकान फ्लाईओवर के रैंप विवाद को लेकर प्रोजेक्ट भवन में मुख्य सचिव, कल्याण विभाग के सचिव और पथ निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता सहित अन्य अधिकारियों के साथ मंगलवार को बैठक की। लेकिन बैठक में पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार अनुस्थिति रहे। इसपर डॉ लकडा भड़क गईं और कहा कि जब आयोग की ओर से पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को समन जारी कर नई दिल्ली स्थित आयोग के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया गया तो वे  व्यस्तता का हवाला देकर उपस्थित नहीं हुए।

इसके बाद  आयोग की टीम बैठक में भी नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रधान सचिव सुनील कुमार का यह रवैया ठीक नहीं है। वे आयोग के दिशा-निर्देशों की अवहेलना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब बैठक में पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ही उपस्थित नहीं हैं तो संबंधित विषय पर कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाएगा। इसके बाद बैठक स्थगित कर दी गई।

मुख्‍य सचिव ने सरना स्‍थल के संरक्षण का दिया आश्‍वासन

वहीं मौके पर डॉ लकडा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए  कहा कि आयोग की ओर से भेजे गए नोटिस का जवाब दें, ताकि सिरमटोली सरना स्थल के समीप कराए गए रैंप निर्माण और केंद्रीय सरना स्थल को संरक्षित करने की दिशा में उचित निर्णय लिया जा सके।

इस दौरान मुख्य सचिव अलका तिवारी ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि आयोग की ओर से सिरमटोली-मेकान फ्लाईओवर के रैंप से संबंधित दिए गए दिशा-निर्देश और सुझाव से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को भेज दिया जाएगा, ताकि संबंधित विषयों पर उचित कार्रवाई हो सके।

आयोग के कानूनी प्रावधानों का हवाला देते हुए डॉ आशा लकड़ा ने कहा कि जब तक राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की ओर से संबंधित मामले की जांच की जा रही है, तब तक संबंधित योजना का न तो उद्घाटन किया जा सकता है और ना ही किसी प्रकार का निर्माण कार्य। संबंधित योजना यथावत रहेगी।

मौके पर रांची नगर निगम के अपर प्रशासक संजय कुमार, नगर विकास विभाग के अधिकारी ज्ञानेंद्र कुमार, एनसीएसटी के डिप्टी सेक्रेटरी योगेंद्र यादव, रिसर्च आफिसर एचआर मीणा, अनुसंधान अधिकारी राहुल, लीगल आफिसर राहुल यादव सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।