कोलकाता, 19 मई । बहुचर्चित पश्चिम बंगाल स्कूल भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता अम्बरीश सरकार को पूछताछ के लिए तलब किया है। अम्बरीश, साउथ दिनाजपुर जिले में युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष और जिला परिषद के उपाध्यक्ष भी हैं। ईडी ने सोमवार को उन्हें समन भेजते हुए जल्द से जल्द साल्ट लेक स्थित केंद्रीय सरकारी कार्यालय (सीजीओ) परिसर में उपस्थित होने को कहा है।

सूत्रों के मुताबिक, अम्बरीश सरकार पर ग्रुप-सी और ग्रुप-डी श्रेणी के गैर-शिक्षकीय कर्मियों की नियुक्तियों में अनियमितता के गंभीर आरोप हैं। जांच अधिकारियों को इस संबंध में कुछ ठोस जानकारी मिली है, जिसके बाद उन्हें पहली बार पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ईडी अब उनकी गवाही को अन्य आरोपितों के बयानों से मिलाकर परखना चाहती है, जिन्होंने पूछताछ के दौरान अम्बरीश का नाम लिया है।

गौरतलब है कि पिछले वर्ष दक्षिण दिनाजपुर के गंगारामपुर अनुमंडलीय अदालत में एक व्यक्ति ने अम्बरीश सरकार के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। आरोप था कि उन्होंने ग्रुप-डी की नौकरी दिलाने के नाम पर नकद राशि ली थी। हालांकि, उस समय अम्बरीश ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया था।

यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नौकरी से निकाले गए ‘स्वच्छ’ यानी योगय उम्मीदवार लगातार विकास भवन (राज्य शिक्षा विभाग मुख्यालय) के सामने धरना दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने तीन अप्रैल को कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश को बरकरार रखते हुए कुल 25 हजार 753 स्कूल नियुक्तियों को रद्द कर दिया था।

हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि राज्य सरकार और पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) ‘दागी’ और ‘निर्दोष’ उम्मीदवारों को अलग करने में असफल रहे, इसलिए पूरे पैनल को रद्द करना पड़ा। राज्य सरकार और डब्ल्यूबीएसएससी ने इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिकाएं दायर की हैं।