अयोध्या, 11 जनवरी। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का देश-दुनिया के हिंदुओं को इंतजार है। वहीं रामकोट स्थित रामनिवास मंदिर में विगत एक वर्ष से राम मंदिर निर्माण के बाधा निवारण के लिए सर्वदेव अनुष्ठान चल रहा है। यह अनुष्ठान बसंत पंचमी के अवसर पर 26 जनवरी 2023 को शुरू हुआ था। तब से यह अनुष्ठान निरंतर जारी है।
अनुष्ठान के प्रभारी आचार्य गोपाल पांडेय ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि श्रीराम जन्मभूमि पर शीघ्र ही भव्य एवं दिव्य मंदिर का निर्माण हो, निर्माण में किसी प्रकार की अड़चन न आए, निर्माण कार्य में लगे सभी मजदूर एवं कारीगरों के घर-परिवार में किसी प्रकार का अनिष्ट ना हो, इस उद्देश्य से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से सर्वदेव अनुष्ठान कराया जा रहा है।
इसमें विशेष बात यह है कि हर सप्ताह अयोध्या क्षेत्र के 10 ब्राह्मणों की एक नई टीम अनुष्ठान करने आती है। सप्ताह पूरे होने पर दूसरी टीम आती है। यह क्रम निरंतर चलता है। ब्राह्मणों के विश्राम व भोजन की व्यवस्था मंदिर परिसर में ही की गई है। इसके अलावा प्रत्येक दिन कोई ना कोई यजमान रहता है जो पूजा संपन्न कराता है। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी अभी हाल ही में एक दिन यजमान बने थे।
सर्वदेव अनुष्ठान प्रतिदिन सुबह 08 बजे से प्रारंभ होकर 10 बजे तक चलता है। इसके बाद सूर्यास्त तक अखंड राम नाम संकीर्तन चलता है। प्रतिदिन अनुष्ठान शुरू होने पर सबसे पहले राम रक्षा स्तोत्र का पाठ होता है। इसके बाद पंचायतन पद्धति से देवी-देवता का पूजन व अभिषेक होता है। बाद में नवग्रह हवन, अष्टोत्तर राम नाम हवन फिर आरती होती है। सप्ताह के सातों दिन की अलग-अलग अनुष्ठान विधि भी तय है। उसी के अनुसार प्रत्येक दिन पूजा संपन्न कराई जाती है।
दिन कार्यक्रम
- सोमवार रुद्राभिषेक
- मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ
- बुधवार गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ
- गुरुवार पुरुष सूक्त
- शुक्रवार श्रीसूक्त ऋग्वेद से
- शनिवार सुंदरकांड का पाठ